सुकमा : शिक्षक दिवस पर किया गया उत्कृष्ट शिक्षकों का सम्मान
सुकमा : शिक्षक दिवस पर किया गया उत्कृष्ट शिक्षकों का सम्मान


समाज के निर्माण में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका – कलेक्टर श्री विनीत नंदनवार

सुकमा, 05 सितंबर 2021 समाज के निर्माण में शिक्षकों की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका होती है। सेवानिवृत्ति के बाद भी समाज के निर्माण का यह कार्य निरंतर जारी रहता है। यह बातें कलेक्टर श्री विनीत नंदनवार ने सुकमा स्थित विवेकानंद युवा शक्ति केन्द्र में आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह में कही। कार्यक्रम में नगरपालिका उपाध्यक्ष श्रीमती आयशा हुसैन, जिला शिक्षा अधिकारी श्री जेके प्रसाद, जिला मिशन समन्वयक श्री श्याम सुंदर सिंह चौहान, खण्ड शिक्षा अधिकारी श्रीमती रीना सिंह, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सुकमा के प्राचार्य श्री सिदार सहित शिक्षकगण उपस्थित थे।

कलेक्टर श्री नंदनवार ने कहा कि वे आज जो कुछ भी हैं, शिक्षकों के कारण ही हैं। व्यक्ति के निर्माण में शिक्षक की भूमिका सबसे अधिक होती है। उन्होंने समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए निरंतर कार्य करने की अपील की। उन्होंने सामाजिक बुराईयों को समाप्त करने के लिए भी शिक्षकों को आगे आने की अपील करते हुए कहा कि शिक्षकों का सम्मान समाज के सबसे अधिक होता है, इसलिए शिक्षकों की कही हुई बातों को लोग आसानी से मानते हैं।

इसे भी पढ़ें  फूड पार्कों के विकास में लाएं गति: उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा: खाद्य प्रसंस्करण एवं कृषि-वनोपज आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने के निर्देश

उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र की विशम भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद बहुत ही अच्छा कार्य किया जा रहा है, जिसके कारण शिक्षा के क्षेत्र में यह अंचल निरंतर आगे बढ़ रहा है। इस क्षेत्र के बच्चे भी परीक्षाओं के बेहतर परिणाम दे रहे हैं और यह क्षेत्र निरंतर सम््रमानित हो रहा है। कोरोना जैसी परिस्थितियों मंे भी शिक्षकों ने शिक्षा देने के साथ ही कोरोना के नियंत्रण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने बच्चों की पढ़ाई को रुचिकर बनाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की भी सराहना करते हुए कहा कि शिक्षा का मूल उद्देश्य बच्चों केा रटाना नहीं बल्कि अवधारणाओं को सरल तरीके से समझाना है।

यहां विभिन्न मॉडल के माध्यम से बच्चो में अवधारणाओं को समझाने का कार्य किया जा रहा है, जो बच्चों के लिए निश्चित तौर पर लाभकारी होगा। उन्होंने कहा कि मॉडल्स के माध्यम से बच्चे अवधारणाओं को आसानी के साथ समझते हैं और उन्हें जीवन भर याद रखते हैं। इससे बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि भी बढ़ती है। इस अवसर पर सेवानिवृत्त शिक्षकों के साथ ही उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को शिक्षादूत और ज्ञानदीप सम्मान से सम्मानित किया गया। उन्होंने इस अवसर पर शिक्षा को आसान बनाने के लिए तैयार विभिन्न मॉडलों का भी अवलोकन किया।
 

इसे भी पढ़ें  मुख्यधारा से कटे पायतुलगुट्टा में खुली आंगनबाड़ी