कोरोना संक्रमण से मृत हुए माता-पिता के अनाथ बच्चों को योजना का लाभ दिलाने का कार्य निरंतर रहेगी जारी – कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह
सूरजपुर/22 जून 2021
कोरोना काल में कोविड संक्रमण के कारण अपने माता-पिता को खो देने वाले बच्चों के लिए छत्तीसगढ़ शासन ने ऐसे बच्चों की भविष्य के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाया है। छत्तीसगढ़ महतारी दुलार योजना 2021 में कोरोना संक्रमित माता या पिता की मृत्यु हो जाने के कारण अनाथ हुए बच्चों की पूरी स्कूली शिक्षा का खर्च छत्तीसगढ़ सरकार उठायेगी। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की यह पहल बेसहारा बच्चोें के लिए काफी लाभदायक और भविष्य निर्माण में सहायक सिद्ध होगी। राज्य शासन में कोरोना से मृत्य व्यक्तियों के बेसहारा अनाथ बच्चों को निःशुुल्क स्कूली शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए छत्तीसगढ़ महतारी दुलार योजना 2021 लागू किया है।
सूरजपुर जिला शिक्षा विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार निजी एवं शासकीय स्कूलों में छत्तीसगढ़ महतारी दुलार योजना के अंतर्गत जिले के कुल 113 बच्चों को स्कूलों प्रवेश कराकर लाभान्वित किया गया है। जिसमें कक्षा पहली में 7, दूसरी 6, तीसरी 5, चौथी 6, पांचवीं 5, छठवीं 5, सातवीं 7, आठवीं 18, नावमीं 11, दसवीं 18, ग्यारहवीं 14, बारहवीं 4, आंगनबाड़ी 4, नर्सरी 1, डीपीटी 1, फार्मेसी में 1 छात्रों को प्रवेश दिया गया है। कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह ने शासन के मंशानुसार छत्तीसगढ़ महतारी दुलार योजना का पात्र व्यक्तियों को निःशुल्क शिक्षा योजना का लाभ लेने कोरोना संक्रमण से मृत हुए माता-पिता के अनाथ बच्चों को निजी एवं शासकीय स्कूलों में प्रवेश देने का कार्य निरंतर जारी रहेगी।
कक्षा पहली से बारहवीं तक की स्कूली शिक्षा निःशुल्क –
छत्तीसगढ़ महतारी दुलार योजना 2021 अंतर्गत ऐसे बच्चे जिनके परिवार से कमाने वाले माता-पिता या दोनों की मृत्यु कोविड-19 के कारण हुई हो तथा उनके घर में कमाने वाले वयस्क सदस्य न रहने के कारण भरण-पोषण की समस्या हो गई हो तो उनके बच्चों को स्कूली शिक्षा निःशुल्क मिलेगी। अनाथ हुए ऐसे बच्चे जो आयु संबंधी पात्रता रखता हो उनको कक्षा पहली से बारहवी तक की स्कूली शिक्षा शासन द्वारा निःशुल्क प्रदान की जायेगी।
प्रतिमाह एक हजार रुपये की छात्रवृति मिलेगी –
ऐसे पात्र स्कूलों में प्रवेशित छात्रों को प्रतिमाह छात्रवृति भी मिलेगी। कक्षा पहली से आठवीं तक पांच सौ रुपये तथा नवमी से बारहवी तक प्रतिमाह एक हजार रुपये की छात्रवृति शासन द्वारा प्रदान की जायेगी। छत्तीसगढ महतारी दुलार योजना 2021 शैक्षणिक सत्र 2021-22 से लागू होगा।
स्वामी आत्मानन्द अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में प्रवेश हेतु प्राथमिकता-
छत्तीसगढ़ महतारी दुलार योजना 2021 अंतर्गत लाभार्थी को छत्तीसगढ का निवासी होना अनिवार्य होगा। पात्र बच्चों को प्रदेश के शासकीय स्कूलोें में निःशुल्क शिक्षा उपलब्ध कराई जायेगी। ऐसे पात्र बच्चों को राज्य शासन द्वारा संचालित स्वामी आत्मानन्द अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में प्रवेश हेतु प्राथमिकता दी जायेगी ।
छत्तीसगढ़ महतारी दुलार योजना 2021 कैसे करें आवेदन –
पात्र छात्रों को स्कूल शिक्षा के बाद भी उच्च शिक्षा के लिए शासन द्वारा प्रोत्साहन दिया जायेगा। प्रतिभावान छात्रों को व्यवसायिक पाठयक्रम में प्रवेश के लिए कोचिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। छत्तीसगढ़ निःशुल्क शिक्षा योजना का लाभ लेने के लिए छात्र स्वयं या अभिभावक द्वारा अपने जिले के जिला शिक्षा अधिकारी को सीधे आवेदन कर सकते हैं।
कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह ने छत्तीसगढ़ महतारी दुलार योजना के सही क्रियान्वयन के लिए परीक्षण समिति गठित की है जिसमें जिला शिक्षा अधिकारी अध्यक्ष, जिला टीकाकरण अधिकारी स्वास्थ्य विभाग, प्रभारी अधिकारी उप संचालक समाज कल्याण विभाग, जिला मिशन समन्वयक, सहायक जिला परियोजना अधिकारी को सदस्य बनाया गया है।