रायगढ़ (महाराष्ट्र)। महाराष्ट्र के तटीय रायगढ़ जिले में एक गांव के नजदीक भूस्खलन होने के कारण अब तक 44 लोगों की मौत हो गई है. पुलिस के मुताबिक महाड तहसील के तलाई गांव में हुए इस हादसे में मृतकों की संख्या बढ़ सकती है. महाराष्ट्र के कई हिस्सों में पिछले कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिसके कारण कई हादसे भी हो चुके हैं. बताया जा रहा है कि रायगढ़ जिले में भी इसी प्रकार कुंडलिका, अंबा, सावित्री, पातालगंगा, गढ़ी, उल्हास सहित प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। मौसम विभाग ने अगले तीन दिन के लिए कोंकण, मुंबई और इसके आसपास के जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। कोंकण डिवीजन में अभी तक बारिश से जुड़ी घटनाओं में 8 लोगों की मौत हो चुकी है। करीब 700 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है। घटना के बाद महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने स्थिति का जायजा लिया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि महाराष्ट्र के रायगढ़ में भारी बारिश और भूस्खलन से हुआ हादसा बेहद दुखद है. मैंने इस संबंध में सीएम उद्धव ठाकरे और एनडीआरएफ के डीजी एसएन प्रधान से बात की है. एनडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं. केंद्र वहां हर संभव मदद कर रहा है.
कई इलाकों में बाढ़
वहीं महाराष्ट्र के महाबलेश्वर और सतारा जिले के नवाजा में पिछले दो दिनों में हुई अत्यधिक भारी बारिश से राज्य के निकटवर्ती तटीय क्षेत्र के कुछ हिस्सों में, खासकर रत्नागिरि और रायगढ़ जिलों में बाढ़ आ गई है. कोंकण क्षेत्र के इन दो जिलों में कई स्थान पानी में डूबे हुए हैं और प्रशासन वहां फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए कदम उठा रहा है.
भारी बारिश
पुणे में भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के वरिष्ठ वैज्ञानिक के एस होसलिकर ने कहा कि सतारा में लोकप्रिय पर्वतीय क्षेत्र महाबलेश्वर में 22 जुलाई को सुबह साढ़े आठ बजे से 23 जुलाई को देर रात एक बजे तक, करीब 17 घंटों में 483 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है.

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