भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु की अध्यक्षता में 1 से 3 अगस्त तक नई दिल्ली के राष्ट्रपति भवन में राज्यपालों का त्रिदिवसीय सम्मेलन आयोजित किया गया। इस सम्मेलन में देश के सभी राज्यों के राज्यपाल उपस्थित थे।
सम्मेलन में छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्री रमेन डेका और छत्तीसगढ़ की फर्स्ट लेडी श्रीमती रानी डेका काकोटी भी शामिल हुए। इसके अलावा, मणिपुर के नवनियुक्त राज्यपाल श्री ओम माथुर भी उपस्थित थे।

राष्ट्रपति भवन में आयोजित इस सम्मेलन में देश के विभिन्न राज्यों की समस्याओं और उनके विकास पर चर्चा की गई। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सभी राज्यपालों को संबोधित करते हुए देश के समग्र विकास पर जोर दिया।
श्रीमती मुर्मु ने कहा कि राज्यपाल देश के संविधान के अनुसार कार्य करते हैं और राज्यों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने राज्यपालों से आग्रह किया कि वे अपने-अपने राज्यों में सामाजिक समरसता और सौहार्द का माहौल बनाने में अपना योगदान दें।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि देश के विकास के लिए राज्यों का सहयोग अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने राज्यपालों से अपील की कि वे अपने-अपने राज्यों में कानून-व्यवस्था और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने में अपनी भूमिका निभाएं।
सम्मेलन में उपस्थित राज्यपालों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के नेतृत्व में देश के विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे अपने-अपने राज्यों में राष्ट्रीय एकता और अखंडता को मजबूत करने में अपना पूरा योगदान देंगे