श्री विष्णु देव साई | Shri Vishnu Deo Sai
श्री विष्णु देव साई | Shri Vishnu Deo Sai

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने एक अभिनव पहल की शुरुआत की है, जो राज्य के लोकतांत्रिक मूल्यों को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह पहल है “जनदर्शन” – एक साप्ताहिक कार्यक्रम जहां मुख्यमंत्री सीधे जनता से मिलते हैं, उनकी समस्याएं सुनते हैं और समाधान के लिए तत्काल कदम उठाते हैं।

8 अगस्त, 2024 को होने वाला अगला जनदर्शन कार्यक्रम मुख्यमंत्री निवास में आयोजित किया जाएगा। यह कार्यक्रम न केवल लोगों को अपनी समस्याएं सीधे मुख्यमंत्री के समक्ष रखने का अवसर प्रदान करता है, बल्कि शासन और जनता के बीच एक मजबूत संबंध स्थापित करने में भी मदद करता है।

इस अनूठे कार्यक्रम की शुरुआत 27 जून, 2024 को हुई थी, और तब से यह छत्तीसगढ़ के नागरिकों के बीच काफी लोकप्रिय हो गया है। पिछले जनदर्शन कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया और अपनी विभिन्न समस्याओं और मांगों से संबंधित आवेदन मुख्यमंत्री को सौंपे।

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मुख्यमंत्री साय ने इस पहल को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं:

  1. व्यक्तिगत निगरानी: मुख्यमंत्री स्वयं सभी आवेदनों की समीक्षा करते हैं।
  2. त्वरित कार्रवाई: विभागीय अधिकारियों को शीघ्र समाधान के लिए निर्देश दिए जाते हैं।
  3. विशेष ध्यान: दिव्यांगजनों को त्वरित सहायता प्रदान की जाती है।
  4. डिजिटल प्रबंधन: सभी आवेदन जनदर्शन पोर्टल पर अपलोड किए जाते हैं।
  5. पारदर्शिता: प्रत्येक आवेदक को एक विशिष्ट टोकन प्रदान किया जाता है।

यह पहल न केवल लोगों की समस्याओं के समाधान में मदद कर रही है, बल्कि शासन में पारदर्शिता और जवाबदेही भी सुनिश्चित कर रही है। इससे छत्तीसगढ़ में लोकतंत्र की जड़ें और मजबूत हो रही हैं।

जनदर्शन कार्यक्रम की सफलता से प्रेरित होकर, राज्य सरकार इसी तरह की पहलों को जिला और ब्लॉक स्तर पर भी लागू करने की योजना बना रही है। इससे स्थानीय प्रशासन और जनता के बीच संवाद और भी सुगम हो सकेगा।

यह पहल छत्तीसगढ़ के विकास में एक नया अध्याय लिख रही है, जहां हर नागरिक की आवाज सुनी जाती है और उनकी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाता है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में, छत्तीसगढ़ एक ऐसे मॉडल राज्य के रूप में उभर रहा है जहां लोकतंत्र केवल एक शब्द नहीं, बल्कि एक जीवंत वास्तविकता है।

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