छत्तीसगढ़ में हज यात्रा के नाम पर बड़ा घोटाला: लाखों की ठगी का खुलासा
छत्तीसगढ़ में हज यात्रा के नाम पर बड़ा घोटाला: लाखों की ठगी का खुलासा

छत्तीसगढ़ के गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहाँ हज यात्रा के नाम पर लाखों रुपये की धोखाधड़ी का खुलासा हुआ है। इस घटना ने न केवल स्थानीय समुदाय को हिलाकर रख दिया है, बल्कि पूरे राज्य में धार्मिक यात्राओं के नाम पर होने वाली ठगी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

पीड़ित की कहानी

गौरेला थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 3 में रहने वाले युसुफ इस घोटाले के शिकार बने। उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति ने उन्हें साल 2024 की हज यात्रा के लिए एक आकर्षक पैकेज की पेशकश की। यह पैकेज महाराष्ट्र के अकोला की एक निजी टूर एंड ट्रैवल कंपनी द्वारा प्रस्तावित था।

पैकेज का विवरण

  • कुल लागत: 6 लाख रुपये
  • सुविधाएँ:
  1. आने-जाने का हवाई टिकट
  2. 40 दिनों का ठहरने का प्रबंध
  3. वीजा की सुविधा

धोखाधड़ी का तरीका

आरोपी ने युसुफ से कई किस्तों में पैसे लिए:

  1. पहली किस्त: 2 लाख रुपये
  2. दूसरी किस्त: 4 लाख रुपये
इसे भी पढ़ें  14 हाथियों का दल गांवों में घुसा, धान को पहुंचाया नुकसान; दहशत में ग्रामीण

यात्रा की तारीख 8 जून निर्धारित की गई थी, जब युसुफ को मुंबई से फ्लाइट पकड़नी थी। हालांकि, जब वे निर्धारित समय पर मुंबई पहुंचे, तो उन्हें बताया गया कि यात्रा की तारीख बदल दी गई है। इसके बाद आरोपी ने टालमटोल शुरू कर दी।

कानूनी कार्रवाई

जब युसुफ को धोखाधड़ी का अहसास हुआ, तो उन्होंने तुरंत गौरेला थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी सैय्यद तनवीर उल्लाह के खिलाफ निम्नलिखित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया:

  • धारा 406: आपराधिक विश्वासघात
  • धारा 409: सरकारी कर्मचारी द्वारा आपराधिक विश्वासघात
  • धारा 420: धोखाधड़ी और बेईमानी से संपत्ति का स्थानांतरण

पुलिस की कार्रवाई

श्याम कुमार सिदार, एसडीओपी, गौरेला थाना ने बताया, “आरोपी वर्तमान में मध्य प्रदेश के शहडोल जेल में किसी अन्य मामले में बंद है। हम उसे ट्रांजिट रिमांड पर लाने की प्रक्रिया में हैं। जल्द ही उसे यहाँ लाकर कोर्ट में पेश किया जाएगा।”

निष्कर्ष

यह घटना धार्मिक यात्राओं के नाम पर होने वाली धोखाधड़ी की बढ़ती प्रवृत्ति को दर्शाती है। यह मामला न केवल कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए चुनौती है, बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है। यात्रा एजेंसियों और धार्मिक संगठनों को अपनी प्रक्रियाओं में अधिक पारदर्शिता लानी चाहिए, जबकि यात्रियों को भी सतर्क रहने की आवश्यकता है।

इसे भी पढ़ें  रायपुर में फिर शर्मसार: सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, 6 महिलाएं और 1 पुरुष गिरफ्तार

इस तरह के घोटालों से बचने के लिए, यात्रियों को सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त एजेंसियों से ही सेवाएँ लेनी चाहिए और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत रिपोर्ट करनी चाहिए। केवल सामूहिक प्रयासों से ही हम ऐसी अपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगा सकते हैं और धार्मिक यात्राओं की पवित्रता को बनाए रख सकते हैं।

Leave a comment

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *