राज्य में सड़क दुर्घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस विभाग ने इस समस्या पर गंभीरता से ध्यान दिया है। वर्ष 2024 के पहले सात महीनों में 88,156 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 4,084 लोगों की मौत हो गई। यह एक चिंताजनक स्थिति है, जिसपर तुरंत ध्यान देने की आवश्यकता है।
सारांश
- प्रदेश में वर्ष 2024 (जनवरी-जुलाई) में 88,156 सड़क दुर्घटनाओं में 4,084 लोगों की मौत
- ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों से 15.73 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला गया
- सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए कड़े कदम उठाने का निर्देश
मुख्य बिंदु
- पुलिस महानिरीक्षक (यातायात) नेहा चंपावत की अध्यक्षता में वर्चुअल बैठक में सड़क दुर्घटनाओं के नियंत्रण के उपायों पर चर्चा
- ‘इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डाटाबेस’ (iRAD) में शत-प्रतिशत प्रविष्टि सुनिश्चित करने के निर्देश
- हिट एंड रन मामलों में मृतकों के आश्रितों और घायलों को यथाशीघ्र मुआवजा देने के लिए पहल करने के आदेश
- नए कानूनों व नियमों के बारे में प्रशिक्षण देने और उनका कड़ाई से पालन करवाने के निर्देश
- वाहन चालकों को प्रभावी समझाइश और नियमित प्रवर्तन के माध्यम से जीवन रक्षा के प्रयास करने के आदेश
नए कानूनों और नियमों का कड़ाई से पालन आवश्यक
बैठक में अधिकारियों को नए कानूनों और नियमों के बारे में प्रशिक्षण देने और उनका कड़ाई से पालन करवाने के निर्देश दिए गए हैं। भारतीय न्याय संहिता 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 और भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 के प्रावधानों के बारे में जागरूकता फैलाना महत्वपूर्ण है। साथ ही, सड़क दुर्घटना स्थलों पर ऑनलाइन प्रविष्टियां सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जाएंगे।
हिट एंड रन पीड़ितों को तुरंत मुआवजा
हिट एंड रन की घटनाओं में मृतकों के आश्रितों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये का मुआवजा देने के प्रावधान को प्रभावी ढंग से लागू करने पर जोर दिया गया है। इससे पीड़ितों को तुरंत राहत मिलेगी और उन्हें न्याय भी प्राप्त होगा।
वाहन चालकों को प्रभावी समझाइश और प्रवर्तन
पुलिस महानिरीक्षक ने वाहन चालकों को प्रभावी समझाइश और नियमित प्रवर्तन के माध्यम से जीवन रक्षा के प्रयास करने के निर्देश दिए हैं। खासकर मालवाहक वाहनों में यात्री परिवहन, ओवरस्पीडिंग और सड़कों पर खड़े वाहनों से होने वाली दुर्घटनाओं पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए।
नए प्रयास और निरंतर जागरूकता अभियान जरूरी
सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए पुलिस विभाग द्वारा उठाए गए कदमों का प्रभाव देखने में आ रहा है, लेकिन अभी और अधिक प्रयास की जरूरत है। लोगों में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास किए जाने चाहिए, ताकि ट्रैफिक नियमों का पालन करने की संस्कृति विकसित हो सके।