रायपुर, छत्तीसगढ़ – गुरुवार, 8 अगस्त को छत्तीसगढ़ के राजधानी शहर रायपुर में एक अत्यंत महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। इस बैठक का आयोजन राज्य एड्स परिषद द्वारा किया गया था, जिसकी अध्यक्षता मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने की। यह बैठक एड्स नियंत्रण के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत का संकेत देती है।
बैठक के प्रमुख बिंदु
- राज्य एड्स नियंत्रण समिति के परियोजना संचालक ऋतुराज रघुवंशी ने एड्स नियंत्रण के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत प्रस्तुति दी।
- उन्होंने सदस्यों के साथ गहन चर्चा की और महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रकाश डाला।
- बैठक में राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (नाको) के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।
राष्ट्रीय स्तर की भागीदारी
नई दिल्ली से आए विशेषज्ञों ने बैठक को एक नया आयाम दिया:
- डॉ. अनूप कुमार पूरी: उप महानिदेशक, आईआईसी
- शुचि गौतम: मेंस्ट्रीमिंग सलाहकार
इन विशेषज्ञों की उपस्थिति ने बैठक के महत्व को और बढ़ा दिया, जो राज्य और केंद्र सरकार के बीच समन्वय का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
विभागीय सहयोग: एक समग्र दृष्टिकोण
बैठक में राज्य के विभिन्न विभागों के सचिवों की भागीदारी ने एड्स नियंत्रण के प्रति एक समग्र दृष्टिकोण का संकेत दिया। प्रत्येक विभाग ने अपनी वर्तमान स्थिति और भविष्य की योजनाओं पर प्रकाश डाला, जिससे एक संयुक्त रणनीति बनाने में मदद मिली।
आगे की राह: एड्स मुक्त छत्तीसगढ़ की ओर
इस बैठक ने छत्तीसगढ़ में एड्स नियंत्रण के लिए एक नई दिशा निर्धारित की है। कुछ प्रमुख निर्णय इस प्रकार हैं:
- जागरूकता अभियानों को बढ़ावा देना
- ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार
- युवाओं के लिए विशेष कार्यक्रमों का आयोजन
- एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी (ART) केंद्रों की संख्या बढ़ाना
मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने कहा, “हमारा लक्ष्य एक स्वस्थ और एड्स मुक्त छत्तीसगढ़ है। यह बैठक इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
इस बैठक ने न केवल एड्स नियंत्रण के क्षेत्र में नए अवसर खोले हैं, बल्कि यह भी दिखाया है कि कैसे विभिन्न विभागों और संस्थाओं के बीच समन्वय एक बड़े लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद कर सकता है। छत्तीसगढ़ अब एड्स नियंत्रण के क्षेत्र में एक मॉडल राज्य बनने की ओर अग्रसर है।