रायपुर, छत्तीसगढ़ – दिव्यांग कलाकारों के हुनर और उनके उत्पादों को एक मंच प्रदान करने वाला ‘दिव्य कला मेला’ आज रायपुर में शुरू हो गया। केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार ने बीटीआई ग्राउंड शंकर नगर में आयोजित इस मेले का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
22 अगस्त तक चलेगा मेला
यह मेला 16 अगस्त से 22 अगस्त तक चलेगा और इसमें देश भर के दिव्यांग उद्यमियों और कारीगरों द्वारा बनाए गए उत्पादों और शिल्प कौशल का प्रदर्शन किया जाएगा। मेला सुबह 10 बजे से रात 9 बजे तक खुला रहेगा।
देश भर के उत्पाद होंगे प्रदर्शित
इस मेले में जम्मू-कश्मीर, पूर्वोत्तर राज्यों सहित देश के विभिन्न हिस्सों के हस्तशिल्प, हथकरघा, कढ़ाई, पैकेज्ड फूड आदि जीवंत उत्पाद देखने को मिलेंगे।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी होगा आयोजन
मेले में दिव्यांग कलाकारों और जाने-माने पेशेवरों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए जाएंगे। इसके अलावा, देश के विभिन्न क्षेत्रों के व्यंजनों का भी आनंद लिया जा सकेगा।
‘दिव्य कला शक्ति’ के साथ होगा समापन
मेले का समापन ‘दिव्य कला शक्ति’ नामक भव्य कार्यक्रम के साथ होगा, जिसमें देश के चुनिंदा दिव्यांग कलाकार अपनी कला, नृत्य और गायन का प्रदर्शन करेंगे।
दिव्यांगजन सशक्तिकरण की दिशा में एक अनूठी पहल
दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार और नेशनल दिव्यांगजन फाइनेंस एंड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (एनडीएफडीसी) द्वारा आयोजित यह मेला दिव्यांगजनों के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
20 राज्यों के 100 से ज्यादा कलाकार लेंगे हिस्सा
इस मेले में लगभग 20 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लगभग 100 दिव्यांग कारीगर, कलाकार और उद्यमी अपने उत्पादों और कौशल का प्रदर्शन करेंगे।
लोन मेले का भी होगा आयोजन
दिव्यांगों को स्वावलंबी बनाने के लिए उन्हें लोन मेले के माध्यम से राज्य की चैनलाइजिंग एजेंसियों द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
‘वोकल फॉर लोकल’ का अवसर
यह मेला सभी के लिए ‘वोकल फॉर लोकल’ होने का अवसर प्रदान करेगा और दिव्यांग कारीगरों द्वारा बनाए गए उत्पादों को खरीदकर उन्हें प्रोत्साहित किया जा सकेगा।