रायपुर: छत्तीसगढ़ में आरक्षण मामले पर सर्व समाज महासंघ द्वारा आहूत ‘भारत बंद’ को छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने समर्थन देने से इंकार कर दिया है। चेम्बर के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी ने बताया कि ‘भारत बंद’ का आकस्मिक आह्वान छोटे व्यापारियों, रेहड़ी-पटरी वालों और फल-सब्जी विक्रेताओं को आर्थिक नुकसान पहुंचा सकता है।
राष्ट्रीय संगठनों से भी नहीं मिला समर्थन:
पारवानी ने बताया कि सर्व समाज के पदाधिकारियों से चर्चा के बाद चेम्बर ने अपने राष्ट्रीय संगठनों से भी इस मुद्दे पर रायशुमारी की। लेकिन राष्ट्रीय संगठनों ने ‘भारत बंद’ के बारे में अनभिज्ञता जताते हुए समर्थन नहीं दिया।
चेम्बर की परंपरा के खिलाफ है अचानक बंद का समर्थन:
चेम्बर की परंपरा के अनुसार, बिना पूर्व सूचना और व्यापारिक संगठनों की बैठक के ‘भारत बंद’ जैसे आह्वान का समर्थन करना संभव नहीं है। ऐसे बंद से छोटे व्यापारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है, जबकि उन्हें पहले से ही आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
चर्चा में शामिल रहे ये लोग:
चेम्बर और सर्व समाज के बीच हुई इस महत्वपूर्ण बैठक में कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। सर्व समाज की ओर से सतजन सिंह (बीपीएफ अध्यक्ष), श्याम (बसपा प्रदेश अध्यक्ष), लता गेड़ाम (बसपा प्रदेश सचिव), आर.पी. भतपहरी (सर्व समाज वरिष्ठ उपाध्यक्ष), बी.एस. रावटे (सर्व आदिवासी समाज कार्यकारी अध्यक्ष), एम.पी. अहिरवार, ओ.पी. बाजपेयी, बेनीराम और अधिवक्ता संजय गजभिये शामिल हुए।
चेम्बर की ओर से जितेंद्र दोशी, परमानंद जैन, अमर पारवानी, उत्तमचंद गोलछा, राजेंद्र जग्गी, विक्रम सिंहदेव, राम मंधान, विकास आहूजा, हीरा माखीजा, कन्हैया गुप्ता, संजय जादवानी, जय नानवानी, शंकर बजाज, प्रशांत गुप्ता आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।