कोण्डागांव, छत्तीसगढ़: देश के प्रधान सेवक, नरेंद्र मोदी, ने रविवार को महाराष्ट्र के जलगांव से एक विशेष कार्यक्रम के माध्यम से देश की महिलाओं को संबोधित किया। इस कार्यक्रम का सजीव प्रसारण कोण्डागांव जिले के सभी 5 विकासखंडों में आयोजित किया गया जहाँ 750 महिला स्व-सहायता समूहों की 32 हज़ार से अधिक महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
टेलीविजन, मोबाइल और लैपटॉप के ज़रिये महिलाओं ने प्रधानमंत्री के प्रेरक संदेश को सुना और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने का संकल्प लिया। कलेक्टर कुणाल दुदावत के निर्देशानुसार मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अविनाश भोई के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा इस विशेष आयोजन की व्यवस्था की गई थी।
1880 ‘लखपति दीदी’ बनीं प्रेरणा स्रोत
इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने 15 स्व-सहायता समूहों को 2 लाख 25 हजार रुपए का रिवॉल्विंग फंड प्रदान किया, जिससे वे अपने व्यवसायों को नई ऊँचाइयों तक पहुँचा सकें। इसके साथ ही 215 समूहों को 5 करोड़ 43 लाख रुपए से अधिक का बैंक ऋण भी वितरित किया गया, जो उनके आर्थिक सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
कोण्डागांव जिले की 1880 महिलाओं को इस अवसर पर ‘लखपति दीदी’ का प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। ‘लखपति दीदी’ पहल के तहत इन महिलाओं ने स्व-सहायता समूहों के माध्यम से अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाया है और आज वे लाखों की कमाई कर रही हैं। प्रधानमंत्री ने इन महिलाओं को प्रेरणा का स्रोत बताते हुए कहा कि वे पूरे देश के लिए एक मिसाल हैं।
सीआरपी को मिला सम्मान, ग्रामीण अर्थव्यवस्था के नायक बताए गए
कार्यक्रम में 46 कम्यूनिटी रिसोर्स पर्सन (सीआरपी) को भी सम्मानित किया गया, जिन्होंने लखपति दीदी पहल को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। प्रधानमंत्री ने सीआरपी के इस योगदान की सराहना करते हुए उन्हें ग्रामीण अर्थव्यवस्था का नायक बताया।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि जब महिलाएं आत्मनिर्भर बनती हैं, तो न केवल उनके परिवार बल्कि पूरा समाज प्रगति करता है। कोण्डागांव ज़िला इस संदेश को आत्मसात् करने और देश के विकास में अपना योगदान देने के लिए तत्पर है।