बिलासपुर जिले के कोटा क्षेत्र के पटैता कोरीपारा में एक दर्दनाक घटना सामने आई है जहां टीकाकरण के बाद दो मासूमों की मौत हो गई है! यह घटना स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का विषय है और पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है।
घटना के बाद उच्च अधिकारी अस्पताल पहुंचे और हालात का जायजा लिया। 5 बच्चों को ऑब्जर्वेशन के लिए CHC में भर्ती किया गया है।
दो मासूमों की मौत ने पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ा दी है। मामला तब सामने आया जब गांव के आंगनबाड़ी केंद्र में 7 बच्चों को टीका लगाया गया था। डेढ़ माह और दो दिन के दो मासूम बच्चों की तबीयत बिगड़ गई और फिर उनकी जान चली गई।
बीएमओ निखलेश गुप्ता ने बताया कि इन मासूमों को बीसीजी और पेंटा वन का टीका लगा था। मौत का सही कारण जांच के बाद ही पता चल पाएगा। उन्होंने बताया कि 5 बच्चों को ऑब्जर्वेशन के लिए सीएचसी कोटा में भर्ती किया गया है और उनका स्वास्थ्य ठीक है।
यह घटना एक बार फिर से टीकाकरण के महत्व और सुरक्षा को लेकर चिंता जगाती है। यह घटना स्वास्थ्य विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती है और वे इस मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं।
क्या आप जानते हैं कि टीकाकरण क्यों जरूरी है?
टीकाकरण कई तरह की जानलेवा बीमारियों से बच्चों को बचाता है और उन्हें स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लेकिन, टीकाकरण से जुड़े कुछ जोखिम भी होते हैं। इसलिए, यह जरूरी है कि टीकाकरण से पहले डॉक्टर से सलाह ली जाए और बच्चों की देखभाल की जाए।
इस मामले में जांच के बाद ही सच्चाई सामने आ पाएगी। हम सभी बच्चों की सुरक्षा के लिए और उनके स्वास्थ्य की देखभाल के लिए सजग रहना चाहिए।