रायपुर, छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति का प्रसिद्ध उत्सव, 39वाँ चक्रधर समारोह, रायगढ़ में आयोजित होने जा रहा है! इस समारोह में देशभर से प्रसिद्ध कलाकार अपने कला का जादू बिखेरेंगे। ये समारोह सिर्फ़ छत्तीसगढ़ की संस्कृति ही नहीं, बल्कि भारत की विविधता को भी दर्शाएगा!
शास्त्रीय नृत्यों की झलक:
समारोह में भरतनाट्यम, कथक, कुचिपुड़ी, मोहिनीअट्टम, मणिपुरी नृत्य के साथ-साथ असमिया नृत्य, ओडिशी, मणिपुरी नृत्य विधाओं की मनमोहक प्रस्तुति देखने को मिलेगी। पद्मश्री हेमा मालिनी, पद्मश्री देवयानी और मीनाक्षी शेषाद्रि जैसे ख्यातिलब्ध कलाकार अपनी शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुति से समारोह को और भी रंगीन बनाएंगे। असम के कलाकार बिहू नृत्य की प्रस्तुति भी देंगे।
स्थानीय कलाकारों का जलवा:
समारोह में स्थानीय कलाकारों को भी अपनी लोक कला और संस्कृति दिखाने का अवसर मिलेगा। छत्तीसगढ़ी लोक नर्तक दल अपनी प्रस्तुति से समारोह को अनोखा रूप देंगे। करमा लोक नृत्य में मनिहर भगत अपनी मनमोहक प्रस्तुति देंगे। इंदिरा कला एवं संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ द्वारा राज्य में प्रचलित विविध छत्तीसगढ़ी लोक नृत्यों की प्रस्तुति दी जाएगी। अनुज शर्मा द्वारा छत्तीसगढ़ी लोकगायन और अनिल कुमार गढ़ेवाल द्वारा छत्तीसगढ़ की पारंपरिक गेड़ी लोक नृत्य की प्रस्तुति देंगे। हुतेंद्र ईश्वर शर्मा छत्तीसगढ़ी नृत्य संगीत में अपनी प्रस्तुति देंगे।
संगीत का जादू:
सरोद वादन में सौगत गांगुली, फ्यूजन के तहत तबला, संतूर, सितार में जीतू शंकर और ग्रुप, अकार्डियन वादन में तपसीर मोहम्मद एवं साथी, बांसुरी और तबला वादन में राकेश चौरसिया, सितार वादन में अनुष्का सोनी, तबला वादन में अंशु प्रताप सिंह, संतूर तबला वादन में राहुल शर्मा एवं रामकुमार मिश्रा अपनी वाद्य यंत्रों की मधुर ध्वनि से मंच को गुंजायमान करेंगे।
छत्तीसगढ़ की संस्कृति का उत्सव:
39वाँ चक्रधर समारोह सिर्फ़ एक संगीत और नृत्य का कार्यक्रम नहीं है, बल्कि छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति का एक उत्सव है। यह समारोह छत्तीसगढ़ के लोगों को अपनी विरासत से जोड़ने का एक अवसर है। रायगढ़ में आयोजित होने वाले इस समारोह में देश के विभिन्न राज्यों की संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी।