रायपुर में सरकारी शराब दुकानों में ओवररेट पर शराब बेचने वाले कर्मचारियों पर आबकारी विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। विभाग ने 57 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है और उन्हें ब्लैक लिस्ट कर दिया है।
कैसे हुई कार्रवाई?
- जिला प्रशासन को शराब दुकानों में निर्धारित दर से अधिक रेट में शराब बेचने की शिकायतें मिल रही थीं।
- कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
- जिला स्तर पर अलग-अलग टीम बनाकर देसी और विदेशी शराब दुकानों में शराब खरीदकर जाँच की गई।
- जाँच में पाया गया कि सरकार के तय किए गए रेट से अधिक दाम पर शराब की बिक्री की जा रही थी।
- संबंधित दुकानों में काम करने वाले लोगों को काम से निकाल दिया गया।
किस-किस दुकान पर हुई कार्रवाई?
- कम्पोजिट तेदुंवा: मिथलेश यदु, शान्तनु कुमार रात्रे, ठाकुर सिंह राय।
- विदेशी मदिरा दुकान स्टेशन रोड: दिलीप कुमार सिन्हा।
- कम्पोजिट नेवरा: योगेश्वर चतुर्वेदी, अजय कुमार लहरी, संतराम पात्रे, हेमंत कुमार कोसले।
- विदेशी मदिरा दुकान व्यास तालाब: पोषण साहू,गंगाधर खरे।
- विदेशी मदिरा दुकान मेटल पार्क: भूषण निषाद।
- विदेशी मदिरा दुकान कुर्रा: तमराज महिपाल।
- विदेशी मदिरा दुकान लालपुर: आयुष जायसवाल, भावेश भारती।
- विदेशी मदिरा दुकान लाभांडी: भांग चन्द्र धृतलहरे।
- देशी मदिरा अभनपुर: भुवन लाल बांधे।
- विदेशी मदिरा दुकान अभनपुर: योगेश कुमार।
- कम्पोजिट मदिरा दुकान उरला: संजय कंमार पाटिल, अविनाश कंदरा।
क्या है इस कार्रवाई का महत्व?
- खुदरा बिक्री में पारदर्शिता: यह कार्रवाई सरकारी शराब दुकानों में खुदरा बिक्री में पारदर्शिता लाने के लिए महत्वपूर्ण कदम है।
- अवैध गतिविधियों पर रोक: इससे शराब दुकानों में होने वाली अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने में मदद मिलेगी।
- उपभोक्ता संरक्षण: यह उपभोक्ताओं को निर्धारित दर पर शराब खरीदने में मदद करेगा।