गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में वन विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए फर्जी प्रमाण पत्र और झूठी जानकारी देकर नौकरी करने वाले सहायक ग्रेड कर्मचारी परमेश्वर गुर्जर को बर्खास्त कर दिया है।
कैसे हुआ?
- एमएस बेग बिलासपुर और गौरीशंकर श्रीवास रायपुर ने परमेश्वर गुर्जर पर फर्जी मार्कशीट और दस्तावेज के सहारे नौकरी पाने का आरोप लगाया था।
- मरवाही वन मंडल अधिकारी रौनक गोयल ने शिकायत के बाद जांच करवाई।
- जांच में पाया गया कि परमेश्वर गुर्जर ने फर्जी तरीके से दस्तावेज बनाकर वन विभाग में नौकरी हासिल की थी।
- उन्होंने परमेश्वर गोंड नाम के श्रमिक के नाम से फर्जी एंट्री कर नियमितिकरण कराया था।
क्या हुई कार्रवाई?
- मरवाही वन मंडल अधिकारी ने परमेश्वर गुर्जर को बर्खास्तगी का आदेश जारी किया है।
पहले भी था विवाद:
- इससे पहले परमेश्वर गुर्जर और मरवाही वनमंडल के पूर्व SDO संजय त्रिपाठी के बीच मारपीट का मामला सामने आया था।
- SDO त्रिपाठी ने इस मामले में गौरेला थाने में FIR दर्ज कराई थी, जिसके चलते परमेश्वर गुर्जर को जेल भेजा गया था।
यह घटना एक बड़ी चेतावनी है:
- यह घटना दिखाती है कि सरकारी नौकरी पाने के लिए लोग कितनी हद तक जा सकते हैं।
- वन विभाग ने सख्त कार्रवाई करके एक अच्छा संदेश दिया है।