इस साल, कोयला कर्मचारियों के लिए दिवाली का त्योहार और भी खास होने वाला है! कोल इंडिया और उसकी सहयोगी कंपनियों ने बोनस की घोषणा कर दी है, जिससे कर्मचारियों के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई है। इस बार, कर्मचारियों को औसतन 93,750 रुपये का बोनस मिलेगा, जो पिछले साल के 85,000 रुपये से 8,750 रुपये ज्यादा है।
यह बोनस, दिल्ली में हुई मानकीकरण समिति की बैठक में तय हुआ। इस बैठक में, प्रबंधन और यूनियन नेताओं के बीच लंबी चर्चा हुई। यूनियन ने कर्मचारियों के लिए 1.5 लाख रुपये के बोनस की मांग की थी, जबकि प्रबंधन ने शुरुआत में 85,000 रुपये का प्रस्ताव रखा था। कई घंटों तक चली बातचीत के बाद, दोनों पक्ष 93,750 रुपये के बोनस पर सहमत हुए।
इस बैठक में एसईसीएल सहित कोल इंडिया की सभी सहयोगी कंपनियों के कर्मचारियों की नजरें टिकी हुई थीं। बैठक से पहले, यूनियन नेताओं ने एकजुट होकर कर्मचारियों के हितों की रक्षा के लिए बोनस राशि बढ़ाने की मांग की थी। जब प्रबंधन ने अपनी पेशकश को बढ़ाने से मना कर दिया, तो यूनियन नेताओं ने आंदोलन की धमकी भी दी। अंततः, प्रबंधन को झुकना पड़ा और बोनस की राशि बढ़ाई गई।
इस बोनस से एसईसीएल के लगभग चालीस हजार से अधिक कर्मचारी लाभान्वित होंगे। बिलासपुर में एसईसीएल के मुख्यालय और आसपास के क्षेत्रों में, इस बोनस की चर्चा हर जगह है। दिवाली का त्योहार अब और भी ज्यादा खुशियों से सराबोर होने वाला है!
बैठक में यह भी फैसला लिया गया कि ठेका मजदूरों को बोनस एक्ट के तहत 8.33 प्रतिशत बोनस दिया जाएगा।
इस बैठक में प्रबंधन की ओर से डीपी विनय रंजन, मनीष कुमार और अन्य उपस्थित थे, जबकि यूनियन की ओर से सुधीर घुरडे, मजरूल हक अंसारी, नाथूलाल पांडेय और अन्य प्रमुख नेता मौजूद थे।