महासमुंद में 'पोषण माह' का समापन: स्वच्छता और पोषण वाटिका के साथ!
महासमुंद में 'पोषण माह' का समापन: स्वच्छता और पोषण वाटिका के साथ!

महासमुंद में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा पिछले एक महीने से चलाए जा रहे ‘पोषण माह’ का समापन धूमधाम से हुआ। इस खास मौके पर ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान के साथ ही घर-घर जाकर ‘पोषण वाटिका’ बनाने की मुहिम भी शुरू की गई।

इस अभियान का मकसद लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना और घरों में ही पोषक तत्वों से भरपूर सब्जियां उगाने के लिए प्रेरित करना था। इस पूरे महीने विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण संबंधी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। साथ ही, सरकार द्वारा ‘सातवें राष्ट्रीय पोषण माह’ के समापन के अवसर पर एक वेबिनार भी आयोजित किया गया।

महासमुंद की ‘शहरी परियोजना’ के तहत ‘पंचशील वार्ड’ में ‘सक्षम आंगनबाड़ी केन्द्र’ में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में ‘स्वच्छता ही सेवा’, जागरूकता, पोषण और स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान पोषण माह में हुई गतिविधियों का पुनः वाचन किया गया और उनके उद्देश्यों को दोहराया गया। कार्यक्रम में पार्षद श्री मनीष शर्मा, यूनानी डॉ. असफाक अहमद, पर्यवेक्षक शीला प्रधान, कुंती यादव, रीतु सिन्हा, कीर्ति परोहा, राजेश्वरी निषाद, दुलारी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सुधा रात्रे मौजूद थे।

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सफाई कार्यक्रम के बाद पार्षद श्री मनीष शर्मा ने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा चलाए गए अभियान की सराहना की। उन्होंने ‘राष्ट्रीय पोषण माह’ द्वारा संचालित गतिविधियों को भी सराहा।

इसके बाद ‘सुशील सैम्युअल वार्ड’ में हितग्राहियों के घरों में जाकर ‘पोषण वाटिका’ तैयार करने की विधि बताई गई। इस दौरान भाजी और अन्य सब्जियों के बीज रोपण कर ‘पोषण वाटिका’ तैयार की गई। इस दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग की शहरी परियोजना की परियोजना अधिकारी शैल नाविक और पर्यवेक्षक शीला प्रधान ने ‘पोषण वाटिका’ के महत्व को बताया।

उन्होंने बताया कि ‘पोषण माह’ मुख्य रूप से महिलाओं, बच्चों और किशोरों के स्वास्थ्य और पोषण में सुधार पर केंद्रित था। इस पूरे महीने विभिन्न जागरूकता अभियान, पोषण पखवाड़े, और पोषण थाली जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

‘पोषण माह’ के दौरान ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में विशेष रूप से आंगनवाड़ी केंद्रों और स्कूलों में पोषण संबंधी जागरूकता कार्यक्रमों पर जोर दिया गया। इसका मकसद आने वाली पीढ़ी को एक स्वस्थ जीवन की नींव प्रदान करना था। उन्होंने जनप्रतिनिधियों व सेक्टर अंतर्गत सभी आंगनबाड़ी के कार्यकर्ताओं, सहायिका तथा जनसमुदाय से मिले समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया है।

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