छत्तीसगढ़ में इंजीनियरिंग कॉलेजों की आधी से ज़्यादा सीटें खाली रहने के बावजूद, सरकार आईआईटी की तर्ज पर नए इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने की तैयारी में जुटी हुई है। जी हां, राज्य सरकार नए शिक्षा सत्र से पांच लोकसभा क्षेत्रों में सीजीआईटी (छत्तीसगढ़ इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलॉजी) खोलने जा रही है।
तकनीकी शिक्षा सचिव एस भारतीदासन ने ‘छत्तीसगढ़’ से बातचीत में बताया कि रायपुर, कवर्धा, जगदलपुर, रायगढ़, और बस्तर में सीजीआईटी शुरू करने की तैयारी जोरों पर है। इसे लेकर तकनीकी शिक्षा विभाग ने काम शुरू कर दिया है।
भाजपा ने अपने विधानसभा चुनाव के घोषणापत्र में हर लोकसभा क्षेत्र में एक सीजीआईटी खोलने का वादा किया था। इस वादे को पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के साथ तकनीकी शिक्षा विभाग के अफसरों की बैठक भी हो चुकी है। रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र में दो इंजीनियरिंग कॉलेज खोले जाएंगे, जिनमें से एक जशपुर जिले में हो सकता है।
सरकार की योजना अगले दो सालों में प्रदेश के सभी 11 लोकसभा क्षेत्रों में सीजीआईटी शुरू करने की है। इसके लिए कुल 12 सीआईटी खोलने का प्रस्ताव है। सूत्रों के मुताबिक, पांच लोकसभा क्षेत्रों में सीजीआईटी खोलने के प्रस्ताव को मंजूरी भी मिल गई है। इसके साथ ही कॉलेज बिल्डिंग और अन्य सुविधाओं को जुटाने का काम तेजी से चल रहा है।
पहले चरण में अस्थाई रूप से उस लोकसभा क्षेत्र के पॉलीटेक्निक कॉलेज की बिल्डिंग का उपयोग सीजीआईटी शुरू करने के लिए किया जाएगा। नए शिक्षा सत्र (2025 अप्रैल) में प्रवेश के लिए प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। शिक्षकों की नियुक्ति और ब्रांच आदि को लेकर चर्चा चल रही है। शिक्षकों की नियुक्ति अस्थाई तौर पर की जाएगी। अन्य सुविधाएं जुटाने के लिए वित्तीय स्वीकृति ली जा रही है।
सरकार के अफसरों का कहना है कि सीजीआईटी को उच्च तकनीकी गुणवत्ता संस्थान के रूप में विकसित किया जाएगा। हालांकि, प्रदेश में इंजीनियरिंग के प्रति विद्यार्थियों में रूझान कम देखने को मिला है। यह देखना दिलचस्प होगा कि ये नए सीजीआईटी छत्तीसगढ़ के युवाओं को उच्च तकनीकी शिक्षा की ओर आकर्षित करने में कामयाब होते हैं या नहीं।