रायपुर में एक बड़ी घटना सामने आई है जहां एक महिला को फर्जी B.Lib डिग्री के आधार पर ग्रंथपाल के पद पर नौकरी पाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह मामला साल 2017 का है जब जिला पंचायत रायपुर ने अनुसुइया पटेल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
शिकायत के अनुसार, अनुसुइया ने एक फर्जी डिग्री का इस्तेमाल करके ग्रंथपाल की नौकरी हासिल की थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर संतोष कुमार सिंह और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर लखन पटले ने थाना गोलबाजार की टीम को आरोपी की तलाश करने का निर्देश दिया था।
लगभग सात साल की लंबी जांच के बाद गोलबाजार पुलिस टीम ने आखिरकार अनुसुइया पटेल को गिरफ्तार कर लिया। 4 नवंबर 2024 को पुलिस ने अनुसुइया को गिरफ्तार किया और उसे न्यायालय में पेश किया, जहां उसे न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया।
इस मामले में थाना प्रभारी गोलबाजार निरीक्षक अर्चना धुरंधर, स.उ.नि. परशुराम साहू, आरक्षक 1865 नियाज़ खान, और आरक्षक 1545 संदीप सिंह की भूमिका महत्वपूर्ण रही।
यह मामला एक बार फिर से फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करके नौकरी पाने के बढ़ते चलन को उजागर करता है। ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई जरूरी है ताकि ऐसे अपराधों को रोका जा सके।
आरोपी महिला: अनुसुइया पटेल पति भूपत पटेल, उम्र 33 साल, पता तेंदुआ, थाना देवरबीजा, जिला बेमेतरा (छ.ग.)।