धमतरी पुलिस ने युवाओं को सड़क सुरक्षा के बारे में किया जागरूक
धमतरी पुलिस ने युवाओं को सड़क सुरक्षा के बारे में किया जागरूक

छत्तीसगढ़ के धमतरी में पुलिस ने युवाओं को सड़क सुरक्षा के बारे में जागरूक करने का एक अनोखा तरीका अपनाया है। धमतरी पुलिस अधीक्षक के निर्देशों के अनुसार, धमतरी पुलिस यातायात स्टॉफ ने बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव महाविद्यालय धमतरी में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना के शिविर में शामिल छात्र-छात्राओं को यातायात नियमों के बारे में बताया।

इस शिविर में, पुलिस ने छात्रों को यातायात सिग्नल के बारे में जानकारी दी, जिसमें उन्होंने हरे, पीले और लाल सिग्नल के अर्थ को स्पष्ट किया। उन्होंने बताया कि हरी बत्ती का अर्थ है आगे बढ़ना, पीली बत्ती का अर्थ है रुकने के लिए तैयार होना, और लाल बत्ती का अर्थ है रुकना। पुलिस ने छात्रों को यह भी बताया कि ज़ेब्रा क्रॉसिंग केवल पैदल चलने वालों के लिए है और वाहनों को वहाँ रुकना नहीं चाहिए।

पुलिस ने छात्रों को मार्ग में चलने के नियमों के बारे में भी बताया, जिसमें उन्होंने बताया कि सड़क पर हमेशा बाईं ओर चलना चाहिए, एक के पीछे एक चलना चाहिए, झुंड में नहीं, और हमेशा सतर्क रहना चाहिए। उन्होंने छात्रों को मोबाइल, हेडफोन का प्रयोग न करने और तीन सवारी न करने के बारे में भी बताया। साथ ही, उन्होंने बिना हेलमेट के वाहन न चलाने, बिना लाइसेंस के वाहन न चलाने, और नाबालिक बच्चों को वाहन न चलाने के बारे में भी बताया।

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इस शिविर में, पुलिस ने सड़क दुर्घटनाओं के मुख्य कारणों के बारे में भी बताया। उन्होंने बताया कि ज़्यादातर दुर्घटनाएँ तेज़ गति से वाहन चलाने, असावधानी से ओवरटेक करने, लापरवाही से वाहन चलाने, और शराब पीकर वाहन चलाने के कारण होती हैं। पुलिस ने छात्रों को गोल्डन ऑवर के बारे में भी बताया, जो सड़क दुर्घटना के बाद घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने के लिए बेहद महत्वपूर्ण समय होता है।

पुलिस ने छात्रों को मोटरयान अधिनियम की विभिन्न धाराओं और जुर्माना राशि के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बिना लाइसेंस के वाहन चलाने पर ₹1000 जुर्माना, ओवरस्पीड से चलने पर ₹500 से ₹1000 जुर्माना, दोपहिया में तीन सवारी चलने पर ₹300 से ₹1000 जुर्माना, और नाबालिक द्वारा वाहन चालन करने पर अभिभावक पर ₹1000 जुर्माना लगाया जाता है।

इस शिविर का मुख्य उद्देश्य छात्रों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करना और उन्हें सड़क सुरक्षा के महत्व को समझाना था। पुलिस ने छात्रों से अपील की कि वे यातायात नियमों का पालन करें और अपने परिजन, रिश्तेदारों और पड़ोसियों को भी यातायात नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करें।

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