अब तक दुनिया के 91 देशों में फैल चुका ओमिक्रॉन भारत के लिए अगले एक महीने में बड़ा खतरा बन सकता है। ये दावा कोरोना पर बने एक सरकारी पैनल ने किया है। पैनल के मुताबिक ओमिक्रॉन की वजह से देश में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है। ओमिक्रॉन की तीसरी लहर फरवरी में पीक पहुंचेगी यानी जनवरी के महीने से ही पूरे देश में कोरोना मरीज बढ़ने शुरू हो जाएंगे।
पिछले 24 घंटे में ही ओमिक्रॉन के 33 नए मामले सामने आए हैं। ये सभी मामले 5 राज्यों से आए हैं, इसके साथ ही देश में ओमिक्रॉन के कुल मामले 146 हो चुके हैं। ओमिक्रॉन की रफ्तार देश में हर रोज बढ़ रही है। 4 राज्यों में शनिवार को ओमिक्रॉन के कुल 30 नए मामले दर्ज किए गए वहीं, तीन मामले रविवार को गुजरात में दर्ज किए गए। इनमें महाराष्ट्र में 8, कर्नाटक में 6, केरल में 4, तेलंगाना में 12 और गुजरात में 3 ओमिक्रॉन के मरीज मिले हैं।
नेशनल कोविड पैनल की ओमिक्रॉन को लेकर चेतावनी बेहद डराने वाली है क्योंकि कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन की वजह से तीसरी लहर के रूप में लौटने वाला है। नेशनल कोविड-19 सुपर मॉडल पैनल के दावे के मुताबिक तीसरी लहर फरवरी तक पीक पर होगी। इससे पहले IIT कानपुर के मॉडल में भी तीसरी लहर की आशंका जताई जा चुकी है। 17 दिसंबर को ICMR ने भी अलर्ट जारी किया था कि अगर लापरवाही हुई, तो तीसरी लहर को रोकना मुश्किल होगा। WHO भी कह चुका है जिस तरह ओमिक्रॉन के केस 2 से 3 तीन में दोगुने हो रहे हैं, उसके खतरा बढ़ेगा।