इस अनुबंध से दोनों देश विज्ञान और प्रौद्यौगिकी के क्षेत्र में विकसित किये गए संवर्धित क्षमताओं का लाभ उठा सकेंगे. इस अनुबंध से विज्ञानं जगत में नया परिवर्तन देखने को मिलेगा साथ ही द्विपक्षीय अनुबंध में नया अध्याय प्रारंभ होगा.
· यह अनुबंध उच्च गुणवत्ता और उच्च प्रभावी अनुसंधान तथा नवाचारी भागीदारियों को बढ़ावा देने का अवसर उपलब्ध कराने के साथ-साथ व्यापक वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकीय समुदायों के मध्य संबंधों को मजबूत बनाएगा और उनका विस्तार करेगा।
इस अनुबंध के विशेषताओं के विषय में बात करें तो यह हमें विभिन्न प्रकार से सहयोग प्रदान करेगा. विज्ञान और नवाचार आधारित सार्वजनिक–निजी भागीदारियों की स्थापना, वैज्ञानिक और तकनीकी जानकारी और विशेषज्ञों का आदान-प्रदान, सेमिनारों और बैठकों का आयोजन, वैज्ञानिकों और तकनीकी विशेषज्ञों का प्रशिक्षण, सहयोगपूर्ण अनुसंधान परियोजनाओं का आयोजन, उन्नत अनुसंधान सुविधाओं का उपयोग इस तरह यह अनुबंध दोनों देशों के लिए महत्त्वपूर्ण है.