रायपुर, छत्तीसगढ़ में एक नई शैक्षणिक क्रांति की शुरुआत होने जा रही है। उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन के विशेष प्रयासों से, सोमवार से राज्य के शासकीय स्कूलों में बच्चों को मिड डे मील से पहले पौष्टिक नाश्ता भी मिलने लगेगा। यह योजना न केवल बच्चों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाएगी, बल्कि उनके शैक्षणिक प्रदर्शन को भी बढ़ावा देगी।
योजना का शुभारंभ
इस महत्वपूर्ण पहल का शुभारंभ एनटीपीसी जमनीपाली स्थित शासकीय प्राथमिक और माध्यमिक शाला में होगा। कार्यक्रम में वाणिज्य उद्योग और श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन स्वयं उपस्थित रहेंगे, जो इस योजना के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
योजना का विस्तार
प्रथम चरण में, यह योजना कोरबा विधानसभा और पोड़ी उपरोड़ा ब्लॉक में लागू की जाएगी। इससे लगभग 40,000 से अधिक बच्चों को लाभ मिलेगा। यह कदम नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप है, जिसमें मिड डे मील के साथ-साथ मुफ्त नाश्ते का प्रावधान भी शामिल है।
योजना का महत्व
इस योजना का उद्देश्य बच्चों के समग्र विकास को सुनिश्चित करना है। पौष्टिक नाश्ता मिलने से:
- बच्चों का मानसिक विकास तेज़ होगा
- शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार आएगा
- पढ़ाई में ध्यान केंद्रित करने की क्षमता बढ़ेगी
- स्कूल में उपस्थिति बढ़ने की संभावना है
विस्तृत कार्यान्वयन
योजना के पहले चरण में शामिल हैं:
- पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड: 409 प्राथमिक और 141 पूर्व माध्यमिक विद्यालय
- कोरबा विकासखंड: 71 प्राथमिक और 38 पूर्व माध्यमिक विद्यालय
- कटघोरा विकासखंड: 45 प्राथमिक और 16 पूर्व माध्यमिक शाला
भविष्य की योजनाएं
सरकार का लक्ष्य है कि धीरे-धीरे इस योजना को पूरे राज्य में लागू किया जाए। इससे न केवल बच्चों का पोषण स्तर सुधरेगा, बल्कि शिक्षा की गुणवत्ता में भी वृद्धि होगी।
इस तरह की पहल छत्तीसगढ़ को शिक्षा के क्षेत्र में एक अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित करने में मदद करेगी। यह योजना न केवल बच्चों के लिए वरदान साबित होगी, बल्कि समाज के समग्र विकास में भी योगदान देगी।