रायपुर की धरती पर कृषि शिक्षा का नया अध्याय लिखा जा रहा है। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय ने अपने स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया को नए आयाम दिए हैं। विश्वविद्यालय के विभिन्न महाविद्यालयों में कुल 458 सीटों में से 437 सीटें मेधावी छात्रों को आवंटित कर दी गई हैं, जो कृषि क्षेत्र में उत्कृष्टता की ओर एक कदम है।
संयुक्त प्रवेश परीक्षा-2024 की प्रावीण्य सूची ने छात्रों के सपनों को पंख दिए हैं। चयनित विद्यार्थियों के लिए अब एक नई चुनौती है – दस्तावेज़ सत्यापन। कृषि महाविद्यालय, रायपुर में चल रही यह प्रक्रिया छात्रों के भविष्य की नींव रख रही है।
समय की मांग को देखते हुए, विश्वविद्यालय ने ऑनलाइन फीस जमा करने की सुविधा दी है। 1 से 3 अगस्त के बीच छात्रों को अपनी सीट सुरक्षित करने का स्वर्णिम अवसर मिलेगा। लेकिन क्या होगा अगर कोई छात्र अपना मन बदल ले? चिंता न करें! 1 से 4 अगस्त के बीच सीट निरस्त करने का विकल्प भी उपलब्ध है।
रही बात खाली सीटों की, तो विश्वविद्यालय ने इसका भी समाधान निकाला है। 6 और 7 अगस्त को स्पॉट काउंसलिंग का आयोजन किया जाएगा, जहां भाग्य आजमाने का एक और मौका मिलेगा। और अगर फिर भी सीटें खाली रह जाती हैं, तो 8 अगस्त को कन्वर्सन काउंसलिंग होगी, जो कि अंतिम अवसर होगा।
छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण सुझाव – विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट www.igkv.ac.in पर नज़र रखें। यहां आपको प्रवेश प्रक्रिया से जुड़ी हर छोटी-बड़ी जानकारी मिलेगी।
इस प्रक्रिया के माध्यम से, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय न केवल शिक्षा के क्षेत्र में नए मानक स्थापित कर रहा है, बल्कि छत्तीसगढ़ के कृषि भविष्य को भी नई दिशा दे रहा है। यह पहल राज्य के युवाओं को कृषि के आधुनिक तरीकों से जोड़ने में मददगार साबित होगी, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था और किसानों की आय में वृद्धि की उम्मीद जगी है।