बलौदा बाजार में एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने 34 शिक्षकों को शिक्षादूत पुरस्कार से सम्मानित किया।
समारोह में शॉल, श्रीफल और प्रशस्ति पत्र देकर शिक्षकों के योगदान को सलाम किया गया।
सांसद अग्रवाल ने अपने भाषण में कहा, “शिक्षादूत का सम्मान उन शिक्षकों और शिक्षण से जुड़े व्यक्तियों के प्रति कृतज्ञता और आदर व्यक्त करने का एक माध्यम है, जो समाज में शिक्षा का प्रसार और विद्यार्थियों के जीवन को संवारने में अहम भूमिका निभाते हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “आज जिन शिक्षकों को सम्मानित किया गया है, उन्होंने कुछ अलग कार्य किया है, किसी ने अच्छा रिजल्ट पेश किया है, किसी ने मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित किया है और किसी ने नवाचार में काम किया है। ऐसे ही उन्हें दूसरे लोगों को भी प्रेरित करना चाहिए।”
सांसद अग्रवाल ने यह भी बताया कि आज के समय में शिक्षकों की जिम्मेदारी केवल शिक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज के विभिन्न कार्यों में भी उनकी सेवाएं ली जा रही हैं।
शिक्षकों का समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा देखते हुए उन्हें पल्स पोलियो अभियान, जनगणना, मतदान जैसी सरकारी योजनाओं में भी शामिल किया जाता है।
यह शिक्षकों के बहुआयामी योगदान को दर्शाता है और उनके प्रति समाज की अपेक्षाओं को और बढ़ाता है।
समारोह में मंत्री टंक राम वर्मा, कलेक्टर, जिला शिक्षा अधिकारी हिमांशु भारतीय, सनम जांगड़े, लक्ष्मी वर्मा, शिव रतन शर्मा, चित्तावर जायसवाल समेत विभागीय अधिकारी, कर्मचारी और गणमान्यजन उपस्थित रहे।
यह समारोह शिक्षकों के प्रति सम्मान और उनके महत्वपूर्ण योगदान को पहचानने का एक बेहतरीन उदाहरण है।