भिलाई में गोबर से बनी कलाकृतियाँ: एक अनोखा प्रदर्शनी जो आश्चर्यचकित कर रहा है!
भिलाई में गोबर से बनी कलाकृतियाँ: एक अनोखा प्रदर्शनी जो आश्चर्यचकित कर रहा है!

भिलाई में एक अनोखी प्रदर्शनी ने सबको आश्चर्यचकित कर दिया है! नगर पालिक निगम भिलाई के मुख्य कार्यालय में रानी शक्ति स्व-सहायता समूह ने गोबर से बने सजावटी सामानों का प्रदर्शन किया, जिसने सबके दिलों में एक नई लहर पैदा कर दी।

गाय के गोबर से बने फूलदान, सजावटी सामान, झुमर, लटकन, तोरण, दिया आदि विभिन्न प्रकार की सामग्री समूह की महिलाओ द्वारा बनाई जा रही है। यह देखकर सबके मन में यह सवाल उठा, “क्या गोबर से इतना सुंदर कलाकृतियाँ बनाई जा सकती हैं?”

छत्तीसगढ़ शासन और नगर निगम भिलाई का प्रयास है कि स्व-सहायता समूह के माध्यम से परिवार की महिलाएं तरक्की करे, आगे बढ़े। शहरी अजीविका मिशन के माध्यम से रोजगारमुखी बनाया जा रहा है।

वैशालीनगर विधायक रिकेश सेन और महापौर नीरज पाल स्वयं प्रदर्शनी देखने आए और वे महिलाओं के इस हुनर को देखकर खुश हुए। विधायक रिकेश सेन ने लोगों से आवाहन किया कि हम सबको महिलाओ द्वारा बनाई गई सामग्री को खरीदकर उन्हे प्रोत्साहित करना चाहिए। उन्होंने कहा, “जिसको हम बेकार समझकर फेंक देते है वही आज इनके द्वारा सुन्दर सा स्वरूप दिया गया है। जब हम समान खरीदेगे, इनका विक्रय होगा, इनके परिवार में भी खुसीयां आएगी। समूह की महिलाओ का उत्पाद खरीद के हम सब इनका मदद कर सकते है।”

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ऐसी मान्यता है कि गाय का गोबर सकारात्मक ऊर्जा खिंचता है और रेडियेशन को दूर करता है। गोबर के बने फूलदान, सजावटी समान, झुमर, लटकन, तोरण, दिया आदि सामग्री रखने से घर के आस-पास के वातावरण को शुद्व रखेगा।

इस प्रदर्शनी ने न केवल कलाकृतियाँ प्रदर्शित की, बल्कि महिला सशक्तिकरण और स्थानीय कलाओं के संरक्षण का भी संदेश दिया। यह दिखाया कि कचरे से क्या अद्भुत कृतियाँ बनाई जा सकती हैं!