मोहला-मानपुर पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई में नक्सलियों के लेव्ही वसूली रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस अभियान में पांच नक्सल सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्होंने एक करोड़ रुपये से अधिक की लेव्ही वसूलकर नक्सलियों को भेजी थी।
गिरफ्तार आरोपियों का विवरण
- विवेक सिंह (मानपुर निवासी)
- सोनाराम फरसा (28 वर्ष, बीजापुर)
- विजय जुर्री (32 वर्ष, बीजापुर)
- रामलाल करमा (35 वर्ष, बीजापुर)
- राजेंद्र कड़ती (30 वर्ष, बीजापुर)
लेव्ही वसूली का तरीका
आरोपियों ने तेंदूपत्ता ठेकेदारों से जान-माल की धमकी देकर लेव्ही वसूली की। इन्हें वर्ष 2022 में एक करोड़ रुपये वसूलने का लक्ष्य दिया गया था। आरोपियों ने अपने बैंक खातों के माध्यम से लगभग 60 लाख रुपये प्राप्त किए और फिर नकद निकालकर नक्सलियों तक पहुंचाए।

नक्सलियों को अन्य सहायता
लेव्ही वसूली के अलावा, ये सहयोगी नक्सलियों को निम्नलिखित सामग्री भी पहुंचाते थे:
- राशन
- दवाइयां
- अन्य आवश्यक वस्तुएं
शहरी नेटवर्क का विस्तार
जांच में पता चला कि आरोपी सूरजू राम टेकाम माओवादी संगठन के विचारधारा का प्रचार-प्रसार कर रहा था और शहरी नेटवर्क को मजबूत बना रहा था। वह नियमित रूप से शहरी क्षेत्रों का दौरा करता था।
दिल्ली यात्रा का खुलासा
- सूरजू राम टेकाम 22 मार्च को रायपुर से दिल्ली गया
- यात्रा का उद्देश्य: 23 मार्च 2024 को ऑपरेशन कगार, कार्पोरेटीकरण, सैनिकीकरण के विरोध में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेना
- फ्लाइट टिकट नक्सलियों की लेव्ही से खरीदी गई
पुलिस अधिकारियों की भूमिका
इस सफल अभियान में निम्नलिखित अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही:
- दीपक झा (आईपीएस, पुलिस महानिरीक्षक राजनांदगांव)
- वायपी सिंह (आईपीएस, पुलिस अधीक्षक)
- मयंक गुर्जर (आईपीएस, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक)
- पीताम्बर पटेल (अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक)
- डीसी पटेल (अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, ऑप्स)
- मयंक तिवारी (एसडीओपी)
निष्कर्ष
यह कार्रवाई नक्सल विरोधी अभियान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इससे न केवल नक्सलियों की आर्थिक मदद पर रोक लगेगी, बल्कि उनके शहरी नेटवर्क को भी कमजोर करने में मदद मिलेगी। पुलिस की यह सफलता क्षेत्र में शांति और विकास के लिए एक बड़ा कदम है।