छत्तीसगढ़ में अनियमित कर्मचारियों का बड़ा प्रदर्शन
छत्तीसगढ़ में अनियमित कर्मचारियों का बड़ा प्रदर्शन

छत्तीसगढ़ में अनियमित कर्मचारियों ने अपने अधिकारों और मांगों को लेकर एक बड़ा प्रदर्शन किया। यह रैली मुख्य रूप से नियमितिकरण की मांग को लेकर आयोजित की गई, जिसमें लगभग 7 लाख अनियमित कर्मचारी शामिल हुए। उनके प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य सरकार का ध्यान आकर्षित करना और अपनी 10 सूत्रीय मांगों को पूरा करने के लिए दबाव बनाना है।

प्रमुख मांगें

अनियमित कर्मचारियों ने अपनी रैली के दौरान निम्नलिखित प्रमुख मांगें उठाई:

  1. नियमितिकरण: कर्मचारियों ने स्थायी नौकरी की मांग की, ताकि उन्हें नौकरी की सुरक्षा मिल सके।
  2. वेतन वृद्धि: उन्होंने अपने वेतन में वृद्धि की मांग की, ताकि उनके जीवन स्तर में सुधार हो सके।
  3. सामाजिक सुरक्षा: कर्मचारियों ने स्वास्थ्य बीमा, पेंशन और अन्य सामाजिक सुरक्षा लाभों की मांग की।
  4. कार्य की स्थिति में सुधार: बेहतर कार्य वातावरण और सुविधाओं की मांग की गई।
  5. अन्य लाभ: कर्मचारियों ने छुट्टियों, बोनस, और अन्य लाभों की भी मांग की।
  6. पूर्व में दर्ज मुकदमे: उन्होंने सरकार से अपील की कि उनके खिलाफ दर्ज मुकदमे खत्म किए जाएं।
  7. भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता: भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने की मांग की गई।
  8. नियमित प्रशिक्षण: कर्मचारियों के लिए नियमित प्रशिक्षण और विकास कार्यक्रम की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
  9. कार्यस्थल पर सुरक्षा: कार्यस्थल पर सुरक्षा उपायों को मजबूत करने की मांग की गई।
  10. समय पर वेतन भुगतान: समय पर वेतन भुगतान सुनिश्चित करने की मांग की गई।
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रैली का आयोजन

यह रैली रायपुर में आयोजित की गई, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के कर्मचारी एकत्रित हुए। रैली में नारेबाजी, बैनर और पोस्टरों के माध्यम से अपनी मांगों को प्रस्तुत किया गया। प्रदर्शनकारियों ने सरकार से अपील की कि वे उनकी समस्याओं को गंभीरता से लें और उचित कदम उठाएं।

सरकार की प्रतिक्रिया

प्रदर्शन के बाद, सरकार ने संकेत दिया है कि वे कर्मचारियों की मांगों पर विचार करने के लिए तैयार हैं। हालांकि, कर्मचारियों ने कहा है कि वे तब तक शांत नहीं बैठेंगे जब तक उनकी सभी मांगें पूरी नहीं हो जातीं।

निष्कर्ष

यह प्रदर्शन छत्तीसगढ़ के अनियमित कर्मचारियों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो उनके अधिकारों और सुरक्षा के लिए एकजुटता प्रदर्शित करता है। आगे की कार्रवाई और सरकार की प्रतिक्रिया पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।

 छत्‍तीसगढ़ में इतने अनियमित कर्मचारी

प्लेसमेंट (आउट सोर्सिंग)-40615, 2. ठेका/सेवा प्रदाता-30946, 3. मानदेय-44654, 4. जॉबदर-6832, 5. अंशकालीन-5831, 6. दे.वे.भो./कलेक्टर दर /श्रमायुक्त दर श्रमिक-31821, 7. संविदा-49935 हैं।

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इसके अलावा न्यूनतम मानदेय एवं जॉब दर पर 8. प्रशिक्षित गौसेवक, PAIW, मैत्री-1200, 9. मीटर रीडर-6000, 10. कैम्पा सुरक्षा श्रमिक-29, 11. आयुष योग प्रशिक्षक – 182, 12. पंचायत भृत्य -5000, 13. पंचायत कंप्यूटर ऑपरेटर -5654, 14. किसान मित्र-9254, 15. स्कुल सफाई कर्मचारी-43301, 16. मध्यान्न भोजन रसोइया -87025, 17. मितानिन-72240,

18. आंगनबाड़ी /मिनी कार्यकर्त्ता -52474, 19. आंगनबाड़ी सहायिका -46660, 20. राजस्व ग्राम अधिकारी (पटेल)-16000, 21. स्वछता दीदी -9000, 22. बिहान कैडर-115632, 23. (पेपोइंट, बीसी सखी ) डिजिटल महिला-5000, 24. बहुउद्देशीय पुनर्वास सहायक कार्यकर्त्ता -28, 25. दिव्यांग कार्यकर्त्ता -1600, 26. पृथक अनियमित कर्मचारी- 39934 हैं।

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