बीजापुर में 'प्रोजेक्ट उन्नति' के तहत मछली पालन का प्रशिक्षण: 100 दिनों का मेहनत, 37 परिवारों को नया रोजगार
बीजापुर में 'प्रोजेक्ट उन्नति' के तहत मछली पालन का प्रशिक्षण: 100 दिनों का मेहनत, 37 परिवारों को नया रोजगार

बीजापुर में ‘प्रोजेक्ट उन्नति’ के तहत 18 से 35 वर्षीय श्रमिकों को मछली पालन विषय पर 10 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण दिया गया। यह प्रशिक्षण महात्मा गांधी नरेगा के तहत ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) बीजापुर में आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था में अकुशल श्रमिकों को कौशल प्रदान करके उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।

कलेक्टर संबित मिश्रा के मार्गदर्शन में 18 सितंबर से शुरू हुए इस प्रशिक्षण में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग और अन्य विभागीय गरीबी उन्मूलन योजनाओं और कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी साझा की गई। जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी हेमंत रमेश नंदनवार ने बताया कि ‘प्रोजेक्ट उन्नति’ परियोजना का मुख्य उद्देश्य अकुशल श्रमिकों को कौशल उन्नयन करके उन्हें स्थायी आय का साधन प्रदान करना है।

इस प्रशिक्षण में कुल 37 जाबकार्डधारी परिवार के श्रमिकों ने भाग लिया, जिन्हें धमतरी से आए मास्टर ट्रेनर अविलाश निषाद ने मछली पालन की बारीकियों से अवगत कराया। नैमेड स्थित हेचरी में उन्हें प्रायोगिक रूप से मछली बीज तैयार करने की विधि का अवलोकन कराया गया। साथ ही, मछली पालन हेतु तालाब की साइज और मछली पालन की वैज्ञानिक विधि की विस्तृत जानकारी दी गई।

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यह प्रशिक्षण न केवल 37 परिवारों के लिए नए रोजगार के अवसर पैदा करेगा, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में भी मदद करेगा। यह ‘प्रोजेक्ट उन्नति’ के तहत आयोजित प्रशिक्षण, गांवों में रोजगार के नए रास्ते खोलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।