बिलासपुर: छत्तीसगढ़ पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए एक अंतरराज्यीय चोर गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह ने रायपुर, बालोद, बिलासपुर समेत कई जिलों में ज्वेलरी दुकानों को निशाना बनाया था। पुलिस ने इस गिरोह के 7 सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
गिरोह की कार्यप्रणाली
गिरोह की कार्यप्रणाली बेहद चतुराई भरी थी:
- पहले वे अपने टारगेट की रेकी करते थे
- फिर सुनियोजित तरीके से चोरी को अंजाम देते थे
पुलिस की मेहनत रंग लाई
बिलासपुर के आईजी संजीव शुक्ला ने बताया कि अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने:
- 500 से अधिक सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया
- मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में छापेमारी की
बरामदगी का विवरण
पुलिस ने आरोपियों से निम्नलिखित सामान बरामद किया:
- 33 किलोग्राम चांदी के आभूषण
- 125 ग्राम सोने के गहने
- 4 लाख रुपये नकद
- चोरी में इस्तेमाल की गई एक कार और एक बाइक
- 6 मोबाइल फोन
गिरोह के सदस्य और उनका आपराधिक इतिहास
- लालमन उर्फ बडका (54 वर्ष) – 11 पूर्व अपराध
- रामधीन बसोर (56 वर्ष) – 17 पूर्व अपराध
- सियाराम बसोर (51 वर्ष) – 15 पूर्व अपराध
- लालजी उर्फ किनका बसोर (35 वर्ष) – 8 पूर्व अपराध
- राजेन्द्र गुप्ता उर्फ गुड्डा बनिया (37 वर्ष) – चोरी का माल खरीदने वाला
- मनीश सोनी उर्फ सुशांत (30 वर्ष) – चोरी का माल खरीदने वाला
- अमित सिंह (33 वर्ष) – खरीददार का सहयोगी
पुलिस की सफलता का राज
पुलिस ने अपराधियों को पकड़ने के लिए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया:
- टेक्निकल इनपुट के आधार पर संदिग्धों की पहचान
- शरीर पर मौजूद टैटू और गोदना के निशान से अपराधियों की पुष्टि
निष्कर्ष
इस गिरोह के पकड़े जाने से न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पड़ोसी राज्यों के ज्वेलर्स और आम जनता में राहत की लहर है। यह घटना दर्शाती है कि अपराधियों के लिए अब कहीं भी छिपना मुश्किल है। पुलिस की इस कार्रवाई से अन्य अपराधी गिरोहों में भी खौफ का माहौल है।