छत्तीसगढ़ में नशा तस्करी के खिलाफ पुलिस का अभियान लगातार जारी है। जगदलपुर पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 804.805 किलो गांजे के साथ दो अंतरराज्यीय तस्करों को गिरफ्तार किया है। ये तस्कर इस भारी मात्रा में गांजा छिपाकर महाराष्ट्र ले जा रहे थे।
जानकारी के मुताबिक, पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि दो लोग गांजा लेकर महाराष्ट्र जा रहे हैं। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए ग्राम धनपुंजी फारेस्ट नाका के सामने एनएच 63 मेन रोड के पास नाकाबंदी कर दी।
जब एक ट्रक वहां से गुजरा, तो पुलिस ने उसे रोककर तलाशी ली। पुलिसवालों के होश उड़ गए जब उन्होंने देखा कि ट्रक के डाले में दीप जलाने वाले तेल के कार्टुनो के बीच में 26 प्लास्टिक बोरियो में 804.805 किलोग्राम गांजा छिपाकर रखा हुआ था।
पुलिस ने तस्करों सुहाष कुमार क्षीरसागर (24 साल) और सोमनाथ विजय चौरे (26 साल) को गिरफ्तार कर लिया। दोनों तस्कर महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के रहने वाले हैं। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे ओडिशा से गांजा तस्करी कर जगदलपुर के रास्ते महाराष्ट्र ले जा रहे थे।
पुलिस ने गांजे के अलावा ट्रक, दीप जलाने का तेल (105 कार्टून) और दो विवो मोबाइल फोन भी जब्त किए हैं। जब्त सामान की कुल कीमत ₹96,73,050 है।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 20 (ख) ii (ग) एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है। आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा।
यह घटना एक बार फिर से छत्तीसगढ़ में नशा तस्करी की गंभीरता को दर्शाती है। पुलिस लगातार नशे के खिलाफ कार्रवाई कर रही है और यह मामला यह साबित करता है कि पुलिस नशे के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेगी।
हम सबको नशे से दूर रहने के लिए जागरूक रहना चाहिए। नशे के दुष्प्रभाव बहुत खतरनाक होते हैं और ये व्यक्ति, परिवार और समाज सभी को प्रभावित करते हैं।
यह मामला एक सबक है कि नशा तस्करी से लड़ने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा। पुलिस और आम जनता दोनों को इस लड़ाई में अपनी भूमिका निभानी होगी।