छत्तीसगढ़ में नशा तस्करी के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है। हाल ही में गरियाबंद जिले में एक बड़ी कामयाबी मिली है जहाँ पुलिस ने 34.070 किलोग्राम गांजे के साथ एक अंतरराज्यीय तस्कर को गिरफ्तार किया है। यह घटना नेशनल हाइवे 130सी पर हुई, जहाँ सहायक निरीक्षक खुमान लाल महिलांगे और उनकी टीम ने चेकिंग के दौरान इस तस्कर को पकड़ा।
कैसे हुआ खुलासा?
यह पूरी घटना बेहद रोमांचक थी। पुलिस टीम ने जब लिंगराज साहू (35 वर्ष) नामक व्यक्ति को अपनी बाइक पर दो प्लास्टिक की बोरियों के साथ देखा, तो उन्हें शक हुआ। बोरियों की जाँच करने पर पता चला कि उनमें भारी मात्रा में गांजा भरा हुआ है। लिंगराज साहू ओडिशा के नबरंगपुर जिले के चंदाहांडी का रहने वाला है और इस गांजे को कथित तौर पर छत्तीसगढ़ में बेचने जा रहा था। उसकी हरकतों से घबराहट साफ़ झलक रही थी, जिससे पुलिस को और भी शक हुआ।
कितना है गांजे की कीमत?
पुलिस ने जब्त किए गए गांजे का वजन किया तो पाया कि वह 34.070 किलोग्राम है, जिसकी अनुमानित कीमत 3.40 लाख रुपये है। यह एक बड़ा काम है, जिससे साफ़ पता चलता है कि पुलिस कितनी सतर्कता से काम कर रही है। ऐसे मामलों में समय रहते कार्रवाई करना बेहद ज़रूरी है, ताकि नशे के इस खतरनाक कारोबार पर रोक लगाई जा सके।
ओडिशा से छत्तीसगढ़, गांजे की तस्करी का नेटवर्क
यह गिरफ़्तारी इस बात का सबूत है कि ओडिशा से छत्तीसगढ़ में गांजे की तस्करी का एक बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक, ओडिशा के कालाहांडी और नवरंगपुर जिलों में गांजे की व्यापक खेती होती है, और यहाँ से यह गांजा आसानी से छत्तीसगढ़ पहुँच जाता है। पुलिस को इस नेटवर्क को पूरी तरह से खत्म करने के लिए और अधिक कड़ी मेहनत करने की ज़रूरत है।
क्या आप भी इस मुहिम में योगदान दे सकते हैं?
हम सभी की ज़िम्मेदारी है कि हम नशा तस्करी को रोकने में पुलिस का सहयोग करें। अगर आपको किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि की जानकारी है, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। आपकी एक छोटी सी सूचना किसी बड़े अपराध को रोकने में मदद कर सकती है। याद रखें, सुरक्षित समाज के लिए हम सभी को मिलकर काम करना होगा।