छत्तीसगढ़ में गरबा: विवाद की आशंका, हिंदू संगठनों ने कलेक्टर और एसएसपी को सौंपा ज्ञापन
छत्तीसगढ़ में गरबा: विवाद की आशंका, हिंदू संगठनों ने कलेक्टर और एसएसपी को सौंपा ज्ञापन

नवरात्रि का त्योहार शुरू हो चुका है और छत्तीसगढ़ समेत पूरे देश में गरबा के रंग बिखर रहे हैं। लेकिन, इस बार गरबा के आयोजन को लेकर विवाद की आशंका पैदा हो गई है। कई हिंदू संगठनों ने गरबा स्थलों में गैर-हिंदूओ के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते हुए कलेक्टर और एसएसपी को एक ज्ञापन सौंपा है।

किन्नर अखाड़े की साध्वी सौम्या ने इस दौरान कहा, “छत्तीसगढ़ में जो भी गरबा आयोजन होता है, वो शांत और सौहार्दपूर्ण माहौल में हो। ऐसी कोई भी स्थिति पैदा नहीं होनी चाहिए जिससे विवाद हो।” उन्होंने आगे कहा, “पंडाल में प्रवेश करते समय सभी गरबा आयोजनकर्ता माता के भक्तों पर गंगा जल और गौ मूत्र का छिड़काव करें। पंडाल में प्रवेश करते समय सभी के माथे पर तिलक लगाकर उन्हें प्रवेश कराएं।” साध्वी सौम्या ने अपने ज्ञापन में और भी कई मांगे रखी हैं।

कई संगठनों ने यह भी मांग की है कि गरबा खेलने जा रहे लोगों के आधार कार्ड चेक करने के बाद ही उन्हें गरबा में प्रवेश दिया जाए। साध्वी सौम्या ने कहा, “हमारी जो बहने हैं, माताएं हैं, उन्हें ऐसे वस्त्र धारण करने चाहिए जो सभ्यता पूर्ण हों। वहां मादक पदार्थों का सेवन ना हो। गरबा में बाउंसर रखे जाएँ।”

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यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन इन मांगों पर क्या कदम उठाता है। गरबा एक लोकप्रिय त्योहार है जो लोगों को एक साथ लाता है। यह जरूरी है कि यह त्योहार शांति और सौहार्दपूर्ण माहौल में मनाया जाए।