छत्तीसगढ़: चुनाव प्रबंधन पर हुई गहन चर्चा, रीना बाबा कंगाले ने शेयर किए महत्वपूर्ण अनुभव
छत्तीसगढ़: चुनाव प्रबंधन पर हुई गहन चर्चा, रीना बाबा कंगाले ने शेयर किए महत्वपूर्ण अनुभव

रायपुर में भारतीय लोक प्रशासन संस्थान छत्तीसगढ़ ने आज एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया जहाँ चुनाव प्रबंधन की चुनौतियों और विगत चुनावों के अनुभवों पर गहन चर्चा हुई। सेवानिवृत्त मुख्य सचिव सुयोग्य कुमार मिश्रा की अध्यक्षता में यह कार्यक्रम नवीन विश्राम गृह, सिविल लाइन में आयोजित किया गया।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा कंगाले कार्यक्रम की मुख्य वक्ता थीं और उन्होंने अपने व्याख्यान में चुनाव प्रबंधन के महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला।

भारतीय लोक प्रशासन संस्थान छत्तीसगढ़: एक नया अध्याय

2 जुलाई 2024 को छत्तीसगढ़ सोसायटी रजिस्ट्रीकरण अधिनियम 1973 के तहत इस संस्थान का पंजीकरण हुआ और सुयोग्य मिश्रा की अध्यक्षता में इसकी कार्यकारिणी का गठन हुआ। इंदिरा मिश्रा और अजय सिंह संस्थान के उपाध्यक्ष हैं। यह संस्थान भारतीय लोक प्रशासन संस्थान, नई दिल्ली के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ में लोक प्रशासन के क्षेत्र में प्रशिक्षण और सूचना प्रसार के लिए काम करेगा।

विश्व में चुनावों का महत्व

रीना बाबा कंगाले ने अपने संबोधन में बताया कि 2024 विश्वभर में चुनावों का एक महत्वपूर्ण वर्ष है, जहाँ 80 से ज़्यादा देशों में 4 अरब से ज़्यादा लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। भारत, विश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश के रूप में, इस प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

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छत्तीसगढ़: शांतिपूर्ण चुनाव का उदाहरण

कंगाले ने बताया कि छत्तीसगढ़ ने हाल ही में विधानसभा और लोकसभा चुनावों को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराया। यह एक बड़ी उपलब्धि है क्योंकि राज्य में भौगोलिक विविधता और विशाल क्षेत्र है। लगभग 2 करोड़ मतदाताओं द्वारा शांतिपूर्ण मतदान एक प्रशासनिक सफलता है, खासकर बस्तर जैसे माओवाद प्रभावित क्षेत्र में।

सफलता का श्रेय

इस सफलता का श्रेय चुनाव आयोग, सुरक्षा बलों, अधिकारियों, कर्मचारियों और मतदाताओं को दिया गया। उन्होंने बताया कि चुनाव कार्य को एक आपदा प्रबंधन के तौर पर देखा गया और तैयारी काफी पहले से शुरू की गई थी।

विधानसभा और लोकसभा चुनावों में मतदान प्रतिशत

विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत 76% और लोकसभा चुनाव में 78% रहा, जो राष्ट्रीय लक्ष्य से अधिक है। यह एक अभूतपूर्व सफलता है, खासकर नक्सलियों द्वारा चुनाव बहिष्कार के बावजूद।

संस्थान के भविष्य के लिए उम्मीद

कार्यक्रम में उपस्थित अजय सिंह, पी.सी. दलई, आर.एस. विश्वकर्मा, ओंकार श्रीवास्तव, अनूप श्रीवास्तव आदि अधिकारियों ने अपने विचार रखे। अनूप श्रीवास्तव ने संस्थान के पहले कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए रीना बाबा कंगाले, सभी प्रतिभागियों और प्रबुद्धजनों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि संस्थान लोक प्रशासन के क्षेत्र में प्रभावी भूमिका निभाएगा।

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