छत्तीसगढ़ के अगले डीजीपी की दौड़ में आगे हैं पवन देव: 1992 बैच के IPS अधिकारी को मिली पदोन्नति
छत्तीसगढ़ के अगले डीजीपी की दौड़ में आगे हैं पवन देव: 1992 बैच के IPS अधिकारी को मिली पदोन्नति

छत्तीसगढ़ में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पद के लिए हड़कंप मचा हुआ है! 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी पवन देव को हाल ही में पदोन्नत किया गया है, जिससे उनके नाम को डीजीपी की दौड़ में सबसे आगे रखा जा रहा है। गृह विभाग ने 2 जुलाई 2024 से लागू होने वाले इस पदोन्नति का आदेश जारी किया है।

पवन देव, जो पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन के कमान सांभाले हुए थे, वरिष्ठता क्रम में अरुण देव गौतम से ऊपर हैं। वर्तमान डीजीपी अशोक जुनेजा का कार्यकाल जल्द ही समाप्त हो रहा है, और राज्य में नए डीजीपी की तलाश जारी है।

पवन देव का सफल कार्यकाल:

पवन देव 10 जनवरी 1993 को आईपीएस के रूप में सेवा में प्रवेश कर चुके हैं। उन्होंने बिलासपुर जिले में प्रशिक्षु आईपीएस के रूप में कार्यरत रहते हुए मस्तूरी थाना प्रभारी के रूप में भी सेवाएं दी हैं। इसके बाद, वह बिलासपुर जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और राजनांदगांव के पुलिस अधीक्षक के पद पर भी कार्यरत रहे। पवन देव ने लोक अभियोजन के संचालक के पद के साथ-साथ छत्तीसगढ़ पुलिस भर्ती एवं चयन के अतिरिक्त प्रभार को भी सांभाला है। वह आईजी सीआईडी के पद पर भी रहे हैं।

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पवन देव को डीजीपी पदोन्नति मिलने के बाद से छत्तीसगढ़ में पुलिस विभाग में एक नया जोश और उत्साह देखने को मिल रहा है। उनके सफल कार्यकाल और वरिष्ठता को देखते हुए, उनके डीजीपी बनने की संभावना बहुत ज्यादा है।

ऐसा मानना है कि पवन देव छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग को नए ऊंचाइयों पर ले जाने में सक्षम होंगे। उनके अनुभव, योग्यता और नेतृत्व गुण उन्हें इस महत्वपूर्ण पद के लिए एक उपयुक्त उम्मीदवार बनाते हैं।