छत्तीसगढ़ में सियासी घमासान: योजनाओं के नाम बदलने पर मचा बवाल
छत्तीसगढ़ में सियासी घमासान: योजनाओं के नाम बदलने पर मचा बवाल

छत्तीसगढ़ की सत्तारूढ़ सरकार ने पूर्ववर्ती भूपेश सरकार के कार्यकाल में चल रही कई योजनाओं के नाम बदल दिए हैं. इस फैसले से प्रदेश की सियासत गरमा गई है. सरकार ने राजीव गांधी स्वावलंबन योजना का नाम बदलकर पं. दीनदयाल उपाध्याय स्वावलंबन योजना और राजीव गांधी आजीविका केंद्र योजना का नाम पं. दीनदयाल उपाध्याय आजीविका केंद्र योजना रख दिया है. इसके अलावा, तीन अन्य योजनाओं के नाम भी बदले गए हैं.

इस बदलाव के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मीडिया सलाहकार पंकज कुमार झा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा, “पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की पुण्यतिथि 11 फरवरी को आती है. इसी दिन भूपेश बघेल की कांग्रेस सरकार ने उनके नाम वाली योजनाओं का नाम बदलकर उसे कथित गांधी परिवार वालों के नाम पर रख दिया था. ऐसा करना अनुचित था न भूपेश बघेल जी?”

यह पहली बार नहीं है जब छत्तीसगढ़ में योजनाओं के नाम बदलने की वजह से राजनीतिक विवाद पैदा हुआ है. पिछली सरकार ने भी कई योजनाओं के नाम बदलकर उन्हें अपने पक्ष में करने का प्रयास किया था. यह सियासी खेल जनता के बीच विवाद का विषय बना रहता है, क्योंकि जनता को योजनाओं की नई नामकरण नीति से भ्रम होता है.

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हमें यह जानने की जरूरत है कि जनता के लिए योजनाओं का नाम बदलना कितना महत्वपूर्ण है? क्या योजनाओं के नाम बदलकर उन्हें और अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है? या यह सिर्फ एक राजनीतिक चाल है?

यह तो समय ही बताएगा कि इस हंगामे के बाद छत्तीसगढ़ की सियासत में क्या बदलाव आएंगे. लेकिन इतना तो तय है कि राज्य में सियासी माहौल गरमा गया है.