छत्तीसगढ़ में नगर निकाय और पंचायत चुनाव को एक साथ कराने की संभावना तेज हो गई है! जी हाँ, राज्य सरकार ने इस बारे में एक विशेष समिति बनाई थी और अब इस समिति ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है। समिति ने अपनी सिफारिश में कहा है कि दोनों चुनाव एक साथ कराने से राज्य को कई फायदे होंगे।
इस समिति का नेतृत्व IAS ऋचा शर्मा ने किया है। समिति ने अपनी सिफारिशों में बताया है कि एक साथ चुनाव होने से राज्य सरकार को काफी धन की बचत होगी। साथ ही, विकास कार्यों में तेजी आएगी। अगर चुनाव अलग-अलग होते हैं तो राज्य में दो बार आचार संहिता लागू होगी, जिससे विकास कार्य प्रभावित हो सकते हैं। इसके अलावा, दोनों चुनावों को अलग-अलग कराने में अधिक मानव शक्ति की आवश्यकता होती है।
अब इस मामले में अंतिम फैसला छत्तीसगढ़ सरकार को करना है। यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार इस सिफारिश पर क्या फैसला लेती है।
आपको बता दें कि राज्य सरकार ने पहले ही नगर निकाय और पंचायत चुनावों की तारीखों के बारे में घोषणा कर दी है। अब, अगर सरकार समिति की सिफारिश मानती है तो दोनों चुनाव एक ही दिन होंगे।
यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार इस मुद्दे पर क्या फैसला लेती है। चुनावों को एक साथ करने से धन की बचत तो होगी ही, साथ ही विकास कार्यों को गति मिलेगी। इसके अलावा, आचार संहिता के कारण होने वाले विकास कार्यों में बाधा को भी रोका जा सकेगा।