छत्तीसगढ़ के नारायणपुर और दंतेवाड़ा जिलों की सीमा पर सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई भीषण मुठभेड़ में 28 नक्सलियों को मार गिराया गया। ये एक बड़ी जीत है, और नक्सलवाद के खिलाफ हमारी सरकार की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति का प्रमाण है!
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि यह हमारे जवानों की बहादुरी और देशभक्ति का परिणाम है। उन्होंने कहा, “यह घटना हमारे जवानों की बहादुरी और अदम्य साहस का प्रमाण है। मैं उनके हौसले को नमन करता हूं।”
इस मुठभेड़ में, नक्सलियों ने सुरक्षा बलों पर हमला किया, लेकिन हमारे बहादुर जवानों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए उन्हें करारी हार दी। इस लड़ाई में कई नक्सली मारे गए और बड़ी संख्या में हथियार भी बरामद हुए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि “छत्तीसगढ़ को नक्सल मुक्त बनाना ही हमारा एकमात्र लक्ष्य है, और इस दिशा में हमारी सरकार अडिग है।” उनके शब्दों में, हम देखते हैं कि छत्तीसगढ़ सरकार नक्सलवाद को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है, और इस लड़ाई में वे पीछे हटने वाले नहीं हैं।
ये घटनाएं नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मोड़ हैं, और यह हमारे देश के लिए एक बड़ी जीत है। हम अपने बहादुर जवानों को सलाम करते हैं, जिन्होंने अपने प्राणों की बाजी लगाकर देश की रक्षा की।