छत्तीसगढ़ पुलिस का राज्यव्यापी साइबर जागरूकता पखवाड़ा अभियान ज़ोरों पर है, और दुर्ग जिला भी इस अभियान में सक्रिय रूप से शामिल है। पुलिस महानिरीक्षक रामगोपाल गर्ग के मार्गदर्शन और पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला के पर्यवेक्षण में, यह अभियान जिले के हर कोने में नए-नए तरीकों से लोगों तक पहुँच रहा है।
हाल ही में, रूंगटा कॉलेज कोहका में आयोजित एक कार्यक्रम में 400 से अधिक छात्रों को साइबर अपराधों से बचाव के तरीके सिखाए गए। इस कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर सुखनंदन राठौर, उप पुलिस अधीक्षक यातायात सतीश ठाकुर, नगर पुलिस अधीक्षक छावनी हरीश पाटिल, थाना प्रभारी जामुल कपिल देव पांडे, उप निरीक्षक डॉ. संकल्प राय, और सहायक उप निरीक्षक संगीता मिश्रा ने शिरकत की और छात्रों को महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर सुखनंदन राठौर ने छात्रों को साइबर अपराधों से बचने के लिए कुछ जरूरी टिप्स दिए और बताया कि ऑनलाइन धोखाधड़ी से कैसे बचा जा सकता है। उप पुलिस अधीक्षक यातायात श्री सतीश ठाकुर ने बताया कि डर और लालच साइबर अपराधों के मुख्य कारण हैं, इसलिए इनसे सावधान रहना ज़रूरी है। नगर पुलिस अधीक्षक छावनी श्री हरीश पाटिल ने नए तरह के साइबर अपराधों के बारे में जानकारी दी और छात्रों को जागरूक रहने की अपील की। थाना प्रभारी जामुल, कपिल देव पांडे ने छात्रों को 1930 साइबर हेल्पलाइन नंबर और संबंधित पोर्टल के बारे में बताया।
साइबर प्रहरी नोडल अधिकारी डॉ. संकल्प राय ने छात्रों को साइबर प्रहरी अभियान से जुड़ने का आह्वान किया और कुछ तकनीकी जानकारियां साझा कीं। साथ ही रक्षा टीम प्रभारी ने महिलाओं से जुड़े साइबर अपराधों के बारे में जागरूकता फैलाई और उनसे बचाव के उपाय बताए।
इस अभियान के तहत, नेहरू नगर के कैफेज़ और दुकानों में मौजूद युवाओं को भी साइबर प्रहरी अभियान के बारे में बताया गया। साइबर प्रहरी टीम ने उन्हें इस अभियान से जुड़ने और सोशल मीडिया पर सक्रिय भूमिका निभाने का आग्रह किया। युवाओं ने इस अभियान की सराहना की और इसमें शामिल होने का वादा किया।
दुर्ग पुलिस का यह प्रयास पूरे जिले में सराहा जा रहा है, और साइबर अपराधों के प्रति जागरूकता फैलाने के इस अभियान को सफल बनाने में विभिन्न संस्थानों और युवाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित हो रही है।