झोलाछाप डॉक्टर jholachhap doctor
झोलाछाप डॉक्टर jholachhap doctor

आरंग में नकली क्लीनिक का भंडाफोड़, 1.5 लाख रुपये की दवाएं जब्त, फर्जी डॉक्टर गिरफ्तार

रायपुर: छत्तीसगढ़ में झोलाछाप डॉक्टरों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। स्वास्थ्य विभाग की लाख कोशिशों के बावजूद ये जानलेवा खेल खेलने से बाज नहीं आ रहे हैं। ताजा मामला आरंग का है, जहाँ खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने एक नकली क्लीनिक का पर्दाफाश किया है। यहाँ नीलकमल साहू नामक एक झोलाछाप डॉक्टर बिना किसी डिग्री या लाइसेंस के लाइफ केयर क्लीनिक चला रहा था।

टीबी जैसी गंभीर बीमारियों का भी कर रहा था इलाज:

हैरानी की बात यह है कि यह फर्जी डॉक्टर टीबी और दूसरी गंभीर बीमारियों का इलाज करने का दावा करता था। छापेमारी के दौरान क्लीनिक से 77 प्रकार की दवाएंस्टेरॉयडएंटीबायोटिक्स और अन्य प्रतिबंधित दवाएं बरामद हुई हैं, जिनकी कीमत लगभग 1.5 लाख रुपये आंकी गई है।

दवा सप्लाई करने वाले मेडिकल स्टोर भी होंगे कठघरे में:

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सहायक नियंत्रक डॉ. बसंत कौशिक ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ में खुलासा किया है कि वह ये दवाएं रायपुर के कुछ मेडिकल स्टोर से खरीदता था। प्रशासन अब उन मेडिकल स्टोर संचालकों के खिलाफ भी कार्रवाई की तैयारी कर रहा है।

कानून के मुताबिक होगी सख्त कार्रवाई:

गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। औषधि निरीक्षक प्रीति उपाध्याय ने बताया कि बिना लाइसेंस दवा बेचने और स्टोर करने पर 3 साल तक की सजा का प्रावधान है।

यह मामला छत्तीसगढ़ में बढ़ते स्वास्थ्य संबंधी खतरों की तरफ इशारा करता है। प्रशासन को चाहिए कि वह ऐसे फर्जी डॉक्टरों और नकली दवा विक्रेताओं पर कड़ी नकेल कसे।

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