CM बोले- सब देख रहे, रमन राजनीतिक पुनर्वास के लिए किस हद तक जा सकते हैं
CM बोले- सब देख रहे, रमन राजनीतिक पुनर्वास के लिए किस हद तक जा सकते हैं

रायपुर । साम्प्रदायिक हिंसा की आग में झुलसा कवर्धा अब शांत हो रहा है। इस बीच कवर्धा के नाम पर प्रदेश की राजनीति गर्म है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय सोमवार को दंगे के आरोपियों से मिलने दुर्ग जेल पहुंचे। डॉ. रमन सिंह ने दंगों के लिए सरकार की कथित तुष्टिकरण नीति को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने दावा किया कि मध्य प्रदेश–छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार नवरात्रि में भी युवा जेल में हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, रमन सिंह अपने राजनीतिक पुनर्वास के लिए किस हद तक जा सकते हैं यह सभी देख रहे हैं।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, रमन सिंह के बेटे का वीडियो पूरे देश ने देखा है। छत्तीसगढ़ में, कवर्धा में शांति स्थापित हो इसके लिए सब लोग प्रयास कर रहे हैं। जिस तरह भारतीय जनता पार्टी इस घटना को बढ़ाने की कोशिश कर रही है, वह निंदनीय है। यह प्रदेश शांति का प्रदेश है। भाईचारे का प्रदेश है। उसे स्थापित करने में सभी को सहयोग करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा, BJP के लोग किस तरह अव्यवस्था फैलाने में लगे थे, वह सभी ने देखा है। यह कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जो भी दोषी है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा, पिछले तीन साल इस सरकार के तुष्टिकरण की वजह से पूरे क्षेत्र में लोगों के मन में सरकार के मंत्री के प्रति आक्रोश है। जिस प्रकार इस घटनाक्रम में एकपक्षीय कार्रवाई की गई। तीन तारीख की घटना हुई। जब भगवा ध्वज को पैरों से कुचला गया। विरोध करने पर मारपीट की गई। उसके बाद यदि FIR होती।

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असामाजिक तत्वों को अरेस्ट कर लिया जाता तो यह बवाल न होता। पुलिस की निष्क्रियता और राजनीतिक दबाव की वजह से FIR नहीं होना, इसका कारण बना। यह आदेश कवर्धा जिले में है कि कांग्रेस समर्थक और एक वर्ग विशेष के लोगों को विशेष छूट का प्रावधान है। इससे जो परिस्थितियां बनी हैं उसका आक्रोश उस दिन प्रकट हुआ। शांतिपूर्ण घटना के बाद भी ऐसी-ऐसी धाराएं लगाई गई हैं, 70 के आसपास लोगों को अरेस्ट किया गया है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा, भाजपा का काम कलह फैलाना है। भाजपा ने हमेशा से धर्म से धर्म को लड़ा कर अपनी राजनीतिक रोटी सेकने और देश-प्रदेश की सामाजिक समरसता भाईचारा, एकता, अखंडता को खंडित करने का काम किया है। कवर्धा में फैली अशांति के पीछे भी भाजपा के द्वारा बाहर से बुलाए गए लोगों की संलिप्तता उजागर हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक सहित भाजपा के नेता कवर्धा में शांति स्थापित करने अपील करने नहीं बल्कि वहां आग में घी डालने की नीयत से गए थे। कवर्धा दंगे पर राज्यपाल अनुसुईया उइके ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर निष्पक्ष कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इस पत्र में राज्यपाल ने राजनीतिक-सामाजिक संगठनों की ओर से उन्हें दिए ज्ञापन का हवाला दिया है।

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राज्यपाल ने कहा है, ज्ञापन में तीन मांगें प्रस्तुत की गई हैं। पहली- घटना की न्यायिक जांच, दूसरी- एक पक्ष के जेल निरुद्ध व्यक्तियों को निःशर्त रिहाई और तीसरी- घटना के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई। राज्यपाल ने लिखा है, कवर्धा में आमजनों एवं जन प्रतिनिधियों में आक्रोश है जिसे निष्पक्ष कार्रवाई से शांत किया जाना आवश्यक है। सम्पूर्ण प्रदेश में इस प्रकार की कार्रवाई मिसाल बन सके और असामाजिक तत्व और कोई भी पक्ष किसी प्रकार से अशांति फैलाने की कोशिश न कर सके। झण्डे को लेकर हुए विवाद के मामले में कवर्धा थाना में दर्ज FIR में सोमवार को 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी अलग-अलग पुलिस टीमों ने टेक्निकल टीम की मदद और विभिन्न स्रोतों से पतासाजी करके की है। सोमवार को पकड़े गए सलमान खान पिता मोहम्मद खान के पास से एक चाकू जब्त किया गया है। सभी आरोपियों को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया। वहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया। इस मामले में पुलिस 16 लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।

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