महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले एक बार फिर ईवीएम हेरफेर का विवाद छिड़ गया है. विपक्षी दलों ने ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाया है.
चुनाव आयोग का बयान:
मुख्य चुनाव आयोग राजीव कुमार ने एएनआई से बातचीत में कहा, “जनता मतदान में भाग लेकर प्रश्नों का उत्तर देती है. जहां तक ईवीएम का सवाल है, वे 100 प्रतिशत फूलप्रूफ हैं. अगर वे आज फिर सवाल उठाते हैं, तो हम उन्हें फिर से बताएंगे.“
राशिद अल्वी का दावा:
कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने ईवीएम में हेरफेर हो सकने का दावा किया और इसके लिए इजरायल द्वारा हिज्बुल्लाह के पेजर को हैक करने के उदाहरण का जिक्र किया.
महाराष्ट्र में, विपक्ष को कागजी मतपत्र द्वारा मतदान करने पर जोर देने के लिए दबाव डालना चाहिए और ईवीएम नहीं. अन्यथा, महाराष्ट्र में, बीजेपी सरकार और चुनाव आयोग कुछ भी कर सकते हैं. अगर इजरायल पेजर और वॉकी-टॉकी के इस्तेमाल से लोगों को मार सकता है, तो ईवीएम कहां खड़ा है? प्रधान मंत्री का इजरायल के साथ बहुत अच्छे संबंध हैं. इजरायल ऐसी चीजों में माहिर है. ईवीएम का बड़ा खेल कहीं भी हो सकता है और उसके लिए बीजेपी चुनाव से पहले ये सब खेल कर लेती है,” राशिद अल्वी ने कहा.
यह विवाद चुनाव से पहले एक बार फिर से ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाता है.