दुर्ग के श्री बाबा रामदेव मंदिर में स्वर्ण जयंती महोत्सव का आयोजन धूमधाम से चल रहा है। 4 से 15 सितंबर तक चलने वाले इस महोत्सव में हर दिन अलग-अलग समाजों के पदाधिकारी बाबा की महाआरती कर रहे हैं।
कथा का आयोजन:
- दुर्ग जिले में पहली बार बाबा रामदेव की कथा का आयोजन किया गया है।
- वृंदावन से आए प्रसिद्ध कथावाचक श्याम देव शास्त्री जी बाबा रामदेव जी के जीवन और लीलाओं का वर्णन कर रहे हैं।
- कलकत्ता के मशहूर कलाकार बाबा रामदेव जी की लीलाओं को झांकी के माध्यम से दिखा रहे हैं।
विशिष्ट अतिथि:
- महोत्सव में धुलिया महाराष्ट्र से आए पंडित राजीव कृष्ण जी महाराज जी उपस्थित हुए।
- उनका सम्मान साल और श्रीफल देकर किया गया।
- महाेश्वरी पंचायत के अध्यक्ष अशोक राठी और मंदिर समिति के अध्यक्ष मुकेश राठी ने पंडित राजीव कृष्ण जी महाराज को प्रतीक चिन्ह भेंट किया।
कथावाचक का संदेश:
- कथावाचक श्याम देव शास्त्री जी ने कहा कि ज्ञान एक ऐसा अक्षय तत्त्व है जो हमेशा हमारे साथ रहता है।
- उन्होंने कहा कि मन हमारा है, हम इसे जहां चाहें लगा सकते हैं, लेकिन मन की प्रकृति नीच है और यह परमात्मा से दूर भागता है।
- उन्होंने कहा कि जीवन में सुख शांति और आनंद चाहिए तो परमात्मा ही एक सहारा है।
यह महोत्सव बाबा रामदेव जी के प्रति श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक है। यह महोत्सव संगीत, कला और धर्म का एक सुंदर मेल है।