रायपुर की धरती पर एक अनूठा उत्सव आने वाला है। 16 अगस्त से 22 अगस्त 2024 तक चलने वाला यह महोत्सव है ‘दिव्यकला मेला’। यह केवल एक मेला नहीं, बल्कि दिव्यांगजनों की असीमित क्षमताओं का जश्न है।
बीटीआई ग्राउंड, शंकर नगर में आयोजित होने वाले इस मेले में केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार खटिक उद्घाटन करेंगे। यह खबर दिव्यांग समुदाय के लिए उत्साह और गर्व का विषय है।
इस अद्भुत आयोजन में क्या-क्या होगा? आइए जानते हैं:
- कला प्रदर्शनी: विभिन्न राज्यों के दिव्यांग कलाकारों द्वारा बनाई गई कलाकृतियों का प्रदर्शन होगा। यहाँ आप देखेंगे चित्रकला से लेकर मूर्तिकला तक की विविध शैलियाँ।
- शिल्प बिक्री: दिव्यांग कारीगरों द्वारा बनाए गए उत्कृष्ट हस्तशिल्प उत्पादों की बिक्री होगी। यह उनकी आर्थिक स्वतंत्रता को बढ़ावा देने का एक अनूठा प्रयास है।
- सांस्कृतिक कार्यक्रम: छत्तीसगढ़ की समेकित क्षेत्रीय केंद्र संस्था के साथ-साथ राज्य के विभिन्न जिलों के विशेष विद्यालय और एनजीओ मिलकर रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ देंगे।
- सहायक उपकरणों का वितरण: प्रधानमंत्री दिव्यांग योजना और राष्ट्रीय वयोश्री योजना के अंतर्गत जरूरतमंद दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण वितरित किए जाएंगे।
क्या आप भी इस अनोखे मेले का हिस्सा बनना चाहते हैं? तो देर किस बात की! 9 अगस्त 2024 तक आप अपना आवेदन जमा कर सकते हैं। चाहे आप एक कलाकार हों या एक कोरियोग्राफर, व्यक्तिगत रूप से या समूह में भाग ले सकते हैं।
अधिक जानकारी के लिए आप www.ndfdc.nic.in पर जा सकते हैं या 9355726880 पर संपर्क कर सकते हैं।
यह मेला न केवल दिव्यांगजनों की प्रतिभा को उजागर करेगा, बल्कि समाज में उनकी भागीदारी और स्वीकृति को भी बढ़ावा देगा। आइए, हम सब मिलकर इस अनूठे उत्सव का हिस्सा बनें और दिव्यांगजनों के साथ खड़े होकर उनकी कला और कौशल का सम्मान करें।
याद रखें, प्रतिभा किसी भी शारीरिक सीमा से परे होती है। ‘दिव्यकला मेला’ इसी सत्य को प्रदर्शित करने का एक सशक्त माध्यम है। तो आइए, इस अवसर का लाभ उठाएं और दिव्यांगजनों की कला का आनंद लें।