कोरबा-विशाखापट्टनम एक्सप्रेस में अचानक लगी आग ने यात्रियों और उनके परिजनों के बीच भय का माहौल पैदा कर दिया। शनिवार की शाम को कोरबा स्टेशन से चलकर रविवार सुबह विशाखापट्टनम पहुंची इस ट्रेन के दो एसी कोच में अचानक आग लग गई, जिसने सभी को चौंका दिया।

स्टेशन मास्टर एसके विश्वास के अनुसार, यह घटना तब घटी जब ट्रेन को नियमित सफाई के लिए पिट लाइन पर ले जाया जा रहा था। आग की लपटें देखते ही स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई। दमकल विभाग को तुरंत सूचित किया गया, जिन्होंने बड़ी मुश्किल से आग पर काबू पाया।

इस घटना ने यात्रियों के परिजनों के दिलों में दहशत पैदा कर दी। कई लोगों ने अपने प्रियजनों की सुरक्षा की जानकारी लेने के लिए लगातार फोन किए। रेलवे अधिकारियों ने तुरंत स्थिति को नियंत्रण में लेने का प्रयास किया और यात्रियों को आश्वस्त किया कि सभी सुरक्षित हैं।

यह घटना रेल यात्रा की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती है। रेल मंत्रालय से अपेक्षा की जा रही है कि वे इस मामले की गहन जांच करें और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएं।

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स्थानीय यात्री संघ के अध्यक्ष ने कहा, “यह एक चेतावनी है। हमें रेल सुरक्षा पर और अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। यात्रियों की जान खतरे में नहीं डाली जा सकती।”

इस घटना ने एक बार फिर रेलवे की आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली की परीक्षा ली। यद्यपि इस बार बड़ा हादसा टल गया, लेकिन यह घटना बताती है कि हमें हमेशा सतर्क रहने की आवश्यकता है।

रेल सुरक्षा आयुक्त ने एक बयान में कहा, “हम इस घटना की विस्तृत जांच करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। यात्रियों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”

यह घटना हमें याद दिलाती है कि यात्रा के दौरान सतर्कता बरतना कितना महत्वपूर्ण है। यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे हमेशा आपातकालीन निकास और सुरक्षा उपकरणों के स्थान से परिचित रहें। साथ ही, किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत रेल कर्मचारियों को दें।

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