गणेश चतुर्थी: सुख, शांति और समृद्धि का पर्व
गणेश चतुर्थी: सुख, शांति और समृद्धि का पर्व

रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष, डॉ. चरणदास महंत ने गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा, “गणेश चतुर्थी का पर्व केवल एक त्योहार नहीं है, बल्कि यह सच्चे मन से भगवान गणेश की आराधना का पवित्र अवसर है।”

डॉ. महंत ने कहा, “गजानन भगवान, जिन्हें विघ्नहर्ता के नाम से भी जाना जाता है, बुद्धि, विवेक, धन, धान्य, रिद्धि, सिद्धि के देवता हैं। इनकी आराधना से हमारे जीवन में सौभाग्य, समृद्धि और खुशहाली आती है।” उन्होंने आगे कहा, “जैसे बिना गणेश जी की कृपा के कोई भी शुभ कार्य पूर्ण नहीं होता, वैसे ही बिना सच्चे मन से उनकी आराधना के भी सफलता मिलना मुश्किल है।”

गणेश चतुर्थी: एकता और संकल्प का प्रतीक

डॉ. महंत ने गणेश चतुर्थी को राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक संकल्प को याद करने का पवित्र दिवस बताया। उन्होंने कहा, “यह पर्व हमें अपने देश की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं की याद दिलाता है।”

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गणेश चतुर्थी मनाने के कुछ टिप्स:

  • भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित करें: घर में या मंदिर में गणेश जी की मूर्ति स्थापित करें और विधि-विधान से उनकी पूजा करें।
  • मोदक बनाएं: गणेश जी को मोदक बहुत प्रिय हैं, तो अपने हाथों से घर में मोदक बनाएं।
  • गणेश चालीसा का पाठ करें: गणेश चालीसा का पाठ करने से मन शांत होता है और भगवान गणेश की कृपा प्राप्त होती है।
  • ईश्वर की उपासना करें: गणेश चतुर्थी के दिन अपने ईश्वर की उपासना करें और अपनी आत्मा को शुद्ध करें।
  • अपनों के साथ समय बिताएं: इस पर्व को अपने परिवार और दोस्तों के साथ मनाएं।

गणेश चतुर्थी के पर्व पर, हम सब मिलकर अपने जीवन में सकारात्मकता और खुशियाँ लाएं।

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