अचानकमार टाइगर रिजर्व / Achanakmar Wildlife Sanctuary
अचानकमार टाइगर रिजर्व / Achanakmar Wildlife Sanctuary

अचानकमार टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या में हुई वृद्धि छत्तीसगढ़ के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। 2024 के टाइगर सर्वे में यहां बाघों की संख्या बढ़कर 10 हो गई है, जिसमें 3 नर और 7 मादा बाघ शामिल हैं। यह संख्या 2022 में केवल 5 थी, जो कि काफी कम थी।

प्रबंधन की कड़ी मेहनत का नतीजा

बाघों की संख्या में इस वृद्धि के पीछे एटीआर प्रबंधन की लगातार मेहनत और कुशल रणनीति है। कुछ प्रमुख कदम हैं:

  • रिजर्व के कोर और बफर क्षेत्र में 108 गार्ड दिन-रात गश्त करते हैं और GPS-आधारित ऐप से निगरानी करते हैं
  • कैमरा ट्रैप लगाकर बाघों और अन्य जानवरों की निगरानी की जाती है
  • बाघों की विशेष निगरानी के लिए STPF की एक टीम गठित की गई है
  • कोटा में GIS सेल स्थापित है जो सप्ताह और महीने में एकत्रित डेटा का विश्लेषण करती है

स्थानीय समुदाय की अहम भूमिका

बाघों के संरक्षण में एटीआर प्रबंधन के साथ-साथ यहां के स्थानीय समुदाय की भी अहम भूमिका है। 31 वन प्रबंधन समितियों के माध्यम से वे वनों और वन्यजीवों की सुरक्षा में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। वे अग्नि सुरक्षा, अवैध कटाई और शिकार पर नियंत्रण में मदद करते हैं।

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भविष्य की रणनीति

आगे बढ़ते हुए, एटीआर प्रबंधन नए TCP का निर्माण, कॉरिडोर प्लान और कार्य योजना तैयार कर रहा है। इससे न केवल बाघों की संख्या बढ़ेगी, बल्कि पर्यटन और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। स्थानीय युवाओं को ड्राइवर, गाइड और प्रशिक्षण के माध्यम से रोजगार दिया जा रहा है।इस प्रकार अचानकमार टाइगर रिजर्व की सफलता कहानी प्रबंधन की मेहनत, स्थानीय समुदाय के सहयोग और भविष्य की रणनीति पर आधारित है। यह छत्तीसगढ़ के लिए गर्व का विषय है और देश के लिए एक आदर्श मॉडल प्रस्तुत करता है।

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