जगदलपुर: पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज (PUCL) ने बस्तर में फर्जी मुठभेड़ों का गंभीर आरोप लगाया है। जगदलपुर में आयोजित एक तीन दिवसीय सेमिनार के बाद सुप्रीम कोर्ट के वकील और पीयूसीएल से जुड़े कोलिन गोंसाल्वेस ने मीडिया से बातचीत में दावा किया कि पिछले 8 से 10 महीनों में बस्तर में कई फर्जी मुठभेड़ें हुई हैं, जिनमें निर्दोष आदिवासियों की जान गई है।
70 लोगों के लिए वीडियो बयान:
पीयूसीएल ने सेमिनार के दौरान 70 लोगों के वीडियो बयान दर्ज किए हैं जो खुद को या अपने परिजनों को फर्जी मुठभेड़ का शिकार बताते हैं।
बस्तर की तुलना गाज़ा से:
कोलिन गोंसाल्वेस ने अपने बयान में बस्तर की तुलना गाजा से करते हुए कहा कि यहाँ नक्सलियों और सुरक्षाबलों की गोलीबारी में बेगुनाह आदिवासी मर रहे हैं।
मूलवासी बचाओ मंच ने भी लगाए आरोप:
मूलवासी बचाओ मंच से जुड़ी सोनी सोढ़ी ने भी बस्तर में फर्जी मुठभेड़ों का आरोप लगाया है। उन्होंने सरकार और नक्सलियों के बीच शांति वार्ता कराने की पेशकश भी की है।
मंत्री केदार कश्यप ने नकारे आरोप:
छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री केदार कश्यप ने पीयूसीएल के आरोपों को सिरे से ख़ारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ को नक्सलवाद मुक्त बनाने का संकल्प लिया है और सरकार इस दिशा में काम कर रही है।