कांकेर जिले में तेंदुए का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में एक बार फिर तेंदुए ने 11 साल के बच्चे पर जानलेवा हमला कर दिया है। इस घटना से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है।
घटना दुधावा गांव की है। बताया जा रहा है कि 11 साल का नीरज ध्रुव अपनी गली में खेल रहा था, तभी तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया। हमले में नीरज गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है।
यह पहली घटना नहीं है। कुछ दिनों पहले ही तेंदुए ने इसी इलाके में तीन बच्चों पर हमला किया था। इन हमलों में एक बच्चे की मौत हो गई थी।
तेंदुए के हमलों से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने वन विभाग से तेंदुए को पकड़ने की मांग की है।
जानवरों का इंसानी बस्तियों में आना चिंता का विषय है। जंगल में इंसानों के बढ़ते दखल और प्राकृतिक संसाधनों का दोहन इसकी एक बड़ी वजह है। इसके अलावा, शिकार और अवैध व्यापार भी जानवरों को उनकी प्राकृतिक आवास से दूर कर रहा है।
जंगली जानवरों के हमलों से बचने के लिए कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए, जैसे:
- रात में अकेले घर से बाहर न निकलें।
- घर के आस-पास कूड़ा-करकट न फैलाएं।
- जंगल में जाने से पहले वन विभाग से संपर्क करें।
- अगर आप जंगल में किसी जानवर को देखते हैं, तो उससे दूर रहें और शोर मचाएं।
यह जरूरी है कि हम सभी जंगली जानवरों के संरक्षण के लिए काम करें। प्राकृतिक संसाधनों का संतुलित उपयोग और जानवरों के संरक्षण की दिशा में कदम उठाना ही इस समस्या का स्थायी समाधान है।