बिलासपुर: जिले की कलेक्टर चंदन त्रिपाठी ने राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के निर्देशों का हवाला देते हुए जिले वासियों से नदियों और सरोवरों को प्रदूषित करने वाले पॉलीथिन और प्लास्टिक सामग्री के उपयोग से बचने का आग्रह किया है। उन्होंने विशेष रूप से पूजा के दौरान इस्तेमाल होने वाली फूल-मालाओं और प्लास्टिक की थैलियों को जल स्रोतों में विसर्जित करने से परहेज करने की अपील की है।
जनभागीदारी से ही संभव है जल स्रोतों की स्वच्छता!
कलेक्टर त्रिपाठी ने ज़ोर देते हुए कहा कि नदी और सरोवरों की स्वच्छता बनाए रखने के लिए जनभागीदारी बेहद ज़रूरी है। उन्होंने चेतावनी दी कि जो लोग इन निर्देशों का उल्लंघन करते पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
हॉटस्पॉट्स पर विशेष निगरानी!
कलेक्टर ने नगर निकायों और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे उन स्थानों (हॉटस्पॉट्स) की पहचान करें जहाँ लोग अक्सर पॉलिथीन में लिपटी पूजा सामग्री नदियों और सरोवरों में फेंकते हैं। इन हॉटस्पॉट्स पर जागरूकता अभियान चलाने और नियमित निगरानी रखने के निर्देश भी जारी किए गए हैं।
घाटों पर सफाई अभियान और जन जागरूकता!
कलेक्टर त्रिपाठी ने नदियों और सरोवरों के घाटों पर साफ़-सफ़ाई अभियान चलाकर पॉलिथीन और प्लास्टिक कचरे को हटाने के निर्देश दिए हैं। इस अभियान के ज़रिए जनसमुदाय को पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी समझाने और प्रदूषण मुक्त जल स्रोतों को बनाए रखने में सहयोग करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।